Kajari Teej 2025: हरियाली तीज के बाद अब सुहागिन महिलाओं के बीच मनाए जाने वाले कजरी व्रत की तैयारियां ज़ोरों पर हैं. इस व्रत को लेकर महिलाएं उत्साहपूर्वक सज-संवर रही हैं और आवश्यक सामग्री जुटा रही हैं. हिंदू धर्म में कजरी व्रत का विशेष महत्व है. इसे न केवल विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं, बल्कि अविवाहित कन्याएं भी मनचाहे वर की प्राप्ति की कामना से इसे पूरे नियम और श्रद्धा के साथ निभाती हैं. इस दिन भक्तजन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करते हैं. हिंदू पंचांग की मानें तो इस साल कजरी तीज का व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा लेकिन क्या आप जानते हैं, कजरी व्रत के दिन क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए?
कजरी तीज व्रत में क्या न खाएं
कजरी तीज व्रत के दौरान अन्न का सेवन वर्जित माना गया है. इसमें दाल, रोटी, साग, चावल आदि नहीं खाए जाते. इसके साथ ही प्याज और लहसुन का सेवन भी मना है. व्रत में मांसाहार और मदिरा का पूर्णतः त्याग करना चाहिए. परंपरा के अनुसार, इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को नमक का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
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कजरी व्रत का महत्व
हिंदू धर्म में कजरी व्रत का विशेष महत्व है. यह मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा अपने सुखी वैवाहिक जीवन और पति की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की श्रद्धापूर्वक पूजा की जाती है. मान्यता है कि उनकी आराधना से पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम और मधुरता बढ़ती है तथा घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. कजरी तीज व्रत को संतान प्राप्ति की इच्छा से भी किया जाता है. यह पर्व भारतीय सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है. इस अवसर पर महिलाएं पारंपरिक परिधान पहनती हैं और पारंपरिक कजरी गीत गाकर उत्सव का आनंद लेती हैं.

