Holi 2025 Date: शास्त्रों में होली का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. यह उत्सव बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. होलिका दहन के समय घर में सुख और समृद्धि की प्रार्थना की जाती है. इस वर्ष होली के त्योहार को लेकर कुछ संशय उत्पन्न हुआ है. वैदिक पंचांग के अनुसार, होली का पर्व चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. यहां हम बताने जा रहे हैं कि बिहार और झारखंड में रंगों का त्योहार किस दिन मनाया जाएगा.
बिहार में कब मनाई जाएगी होली
राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के विद्वत परिषद के अध्यक्ष पंडित राकेश मिश्रा ने बताया किने जानकारी दी कि सामान्यतः बनारस में होली एक दिन पहले मनाई जाती है, जबकि बनारस में होली के एक दिन बाद बिहार में इसका उत्सव मनाया जाता है. बिहार में होली चैत्र प्रतिपदा के दिन मनाई जाती है, जो कि 14 मार्च को दिन के 12:26 बजे से प्रारंभ हो रही है. इस संदर्भ में अनेक विद्वानों ने यह निर्णय लिया है कि 15 मार्च को उदया तिथि के अवसर पर होली का पर्व मनाया जाएगा.
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बिहार में चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होली का त्योहार मनाया जाता है, और इसी दिन से नए मांगलिक वर्ष की शुरुआत होती है. मिथिला पंचांग के अनुसार, होली 15 मार्च को है. इस संदर्भ में, कई स्थानों पर लोग 14 और 15 मार्च को धूमधाम से होली का उत्सव मना रहे हैं.
झारखंड में कब खेली जाएगी होली
फाल्गुन की पूर्णिमा गुरुवार की सुबह 10:11 बजे से प्रारंभ हो चुकी है,और भद्रा भी उसी समय से शुरू हो गई है. भद्रा गुरुवार की रात 10:37 बजे तक बनी रहेगी. वहीं, 14 मार्च शुक्रवार को पूर्णिमा तिथि दोपहर 11:15 बजे तक ही रहेगी. 14 मार्च को उदयातिथि के अनुसार, पूर्णिमा दोपहर तक ही है, इसलिए इस वर्ष रंगोत्सव होली का आयोजन नहीं किया जाएगा. इस कारण, होली का पर्व झारखंड में 15 मार्च को मनाया जाएगा. आपको देश के कुछ हिस्सों में 14 मार्च तो कुछ हिस्सों में 15 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा.