Budhwar Ke Upay: बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है. इस दिन विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा विधिपूर्वक की जाती है. सुख और समृद्धि की वृद्धि के लिए इस दिन व्रत भी रखा जाता है. इसके अतिरिक्त, व्यापार के देवता बुध की भी उपासना की जाती है. ज्योतिष में सफलता प्राप्त करने के लिए बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करने की सलाह दी जाती है. यदि आप अपने करियर और व्यवसाय में विशेष सफलता की कामना करते हैं, तो बुधवार को स्नान और ध्यान के बाद विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा अवश्य करें.
भगवान गणेश जी की पूजा में कौन-कौन सी चीजें चढ़ाई जाती हैं, जिससे वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं.
दूर्वा: भगवान गणेश को दूर्वा अत्यंत प्रिय मानी जाती है. दूर्वा चढ़ाने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है. गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. यह विश्वास किया जाता है कि गणपति को दूर्वा विशेष रूप से पसंद है. 3 या 5 पत्तियों वाली दूर्वा को सर्वोत्तम माना जाता है. जब भी आप गणेश मंदिर जाएं या उनकी पूजा करें, तो उन्हें दूर्वा अवश्य चढ़ाएं.
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पुष्प: देवी-देवताओं की पूजा में पुष्प का चढ़ाना अनिवार्य होता है. भगवान गणेश को भी पुष्प बहुत प्रिय हैं. विशेष रूप से, उन्हें कमल का फूल पसंद है. हालांकि, पूजा के दौरान किसी भी प्रकार के पुष्प चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं.
मोदक: भगवान गणेश को लड्डू या मोदक अत्यधिक प्रिय माने जाते हैं. गणेश पूजा के दौरान भगवान को मोदक अर्पित करना अनिवार्य होता है. विशेष रूप से महाराष्ट्र में, गणेश जी की पूजा के लिए विभिन्न प्रकार के मोदक घर-घर में बनाए जाते हैं. मोदक के साथ-साथ गणेश जी को मोतीचूर के लड्डू भी पसंद आते हैं.
सिंदूर: भगवान गणेश को सिंदूर भी बहुत पसंद है. सिंदूर को मंगल का प्रतीक माना जाता है. जब भक्त गणेश जी को सिंदूर अर्पित करते हैं, तो वह प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. गणेश पूजा के समय भगवान को सिंदूर अर्पित करना आवश्यक है.
केला: भगवान गणेश को केले भी अत्यंत प्रिय हैं. कहा जाता है कि भगवान गणेश को एकल केला अर्पित नहीं करना चाहिए. उन्हें हमेशा केले के जोड़े में चढ़ाना चाहिए. इसके अतिरिक्त, पूजा में अन्य फलों का भी अर्पण किया जा सकता है.

