Surya Gochar 2025: ज्योतिषशास्त्र में सूर्य का राशि परिवर्तन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि सूर्य की रोशनी पर सम्पूर्ण पृथ्वी निर्भर करती है. जैसे ही सूर्य अस्त होता है, प्रकाश की कमी से अंधकार छा जाता है. इसी प्रकार, जब सूर्य की स्थिति अनुकूल नहीं होती, तो व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं. इसलिए, जन्मकुंडली में सूर्य की मजबूती अत्यावश्यक होती है. सूर्य से हमें अच्छी नौकरी, धन की प्राप्ति और स्वास्थ्य में सुधार होता है. सूर्य तुला राशि में नीच और मेष राशि में उच्च माने जाते हैं, जबकि वह सिंह राशि के स्वामी हैं. जब सूर्य धनु और मीन राशि में गोचर करते हैं, तो उनका प्रभाव कम हो जाता है. नवग्रहों में सूर्य को मंत्री का पद दिया गया है, जबकि वृहस्पति को गुरु का पद सौंपा गया है. इस कारण, वृहस्पति की राशि में सूर्य का गोचर अनुकूल नहीं होता है.
जन्मकुंडली में सूर्य ग्रह का प्रभाव
जन्मकुंडली में सूर्य ग्रह का प्रभाव अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. जब सूर्य अनुकूल स्थिति में होता है, तो व्यक्ति के करियर और नौकरी में प्रगति होती है. सूर्य की सकारात्मक स्थिति से जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. सरकारी नौकरी में उन्नति, राजनीतिक क्षेत्र में सफलता, प्रशासनिक कार्यों में लाभ और आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ती है. इसके अलावा, स्वास्थ्य भी सामान्य रहता है.
सूर्य के मीन राशि में प्रवेश से शुभ कार्यों पर लगेगा विराम
कब करेगे सूर्य मीन राशि में गोचर
वृष
वृष राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव का स्वामी है और यह आपके चंद्र कुंडली के ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा. इस समय आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा, रुका हुआ धन वापस मिलेगा. सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी और नौकरी में उन्नति के अवसर मिलेंगे. आपका मन प्रसन्न रहेगा और अधिकारियों से मान-सम्मान प्राप्त होगा. कार्यक्षेत्र में सहकर्मी भी आपका सहयोग करेंगे.
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी है और यह आपके दसवें भाव में गोचर करेगा. इस समय आपको पारिवारिक सुख की प्राप्ति होगी, परिवार के सदस्य एकजुट रहेंगे. रुके हुए कार्य पूरे होंगे और नई नौकरी की तलाश में सफलता मिलेगी. सरकारी नौकरी करने वालों को पद और प्रतिष्ठा का लाभ मिल सकता है. व्यापार में भी उन्नति के आसार हैं, इस समय निवेश करने पर अच्छा लाभ होगा.
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी है और यह आपके नवम भाव में गोचर करेगा. इस समय आपके जीवन में उन्नति होगी और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी. परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त होगा.
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातक के लिए सूर्य दशम भाव का स्वामी है, जो आपके चंद्रकुंडली के पांचवे भाव में गोचर करेगा. इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे, कार्यक्षेत्र में आपका ध्यान केंद्रित रहेगा और प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी. विद्यार्थियों को इस समय में अच्छा लाभ प्राप्त होगा और प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक हासिल होंगे. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और व्यापार में लाभ की संभावना है. आय के स्रोत भी सुदृढ़ होंगे.
धनु
धनु राशि के जातक के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी है, जो आपके चंद्रकुंडली के चौथे भाव में गोचर करेगा. इस समय पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा और परिवार के सभी सदस्य एक-दूसरे का सहयोग करेंगे. परिवार में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित होंगे और भूमि से संबंधित लाभ प्राप्त होगा. व्यापारियों के लिए यह समय अत्यंत शुभ रहेगा. बाजार में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा और नौकरी में उन्नति के अवसर मिलेंगे. इस राशि के लोगों को सतर्क रहना आवश्यक होगा.
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर सातवें भाव में हो रहा है. इस समय आपको सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि व्यापार में निवेश करने से नुकसान हो सकता है.
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आठवें भाव में होगा. इस स्थिति में जीवन में कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, कार्य क्षेत्र में विवाद बढ़ सकता है, काम का दबाव भी बढ़ेगा और खर्च में वृद्धि होगी.
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर तीसरे भाव में होगा, जिससे पारिवारिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होंगी और भाई-बहनों का सहयोग नहीं मिलेगा. यदि कार्य क्षेत्र में ध्यान नहीं दिया गया, तो कार्य हाथ से निकलने की संभावना है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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