Shani Dhaiya 2026: कर्मफलदाता शनि देव नए साल यानी 2026 के जुलाई माह में बड़ा बदलाव करेंगे. आपको बता दें वर्ष 2026 में शनि देव किसी भी राशि में नया गोचर नहीं करने वाले हैं.जुलाई माह में शनि मार्गी से वक्री अवस्था में जाएंगे. ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल भी दो राशियों—सिंह और धनु—पर शनि की ढैय्या का असर जस का तस रहेगा. ऐसे में दोनों राशियों को पूरे साल सतर्क रहने और समझदारी से कदम बढ़ाने की जरूरत होगी. खर्च बढ़ सकते हैं, तनाव भी बढ़ेगा और सेहत का ध्यान रखना जरूरी होगा. आइए जानें ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा से कि नव वर्ष 2026 में शनि की ढैय्या का असर किन राशियों पर रहेगा.
शनि देव साल 2025 में 29 मार्च की रात अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से निकलकर गुरु की राशि मीन में चले गए थे. अब वे जून 2027 तक इसी राशि में रहेंगे. इसी वजह से 2026 में भी ढैय्या का प्रभाव नहीं हटेगा.
सिंह राशि: मेहनत बढ़ेगी, नतीजे धीरे मिलेंगे
सिंह राशि के लिए शनि की ढैय्या 2026 में भी जारी रहेगी. कारोबार और नौकरी दोनों में प्रगति तो मिलेगी, लेकिन रफ्तार आपकी उम्मीद से धीमी रहेगी. मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी और सफलता आपको इंतजार करवाकर मिलेगी. सिंह राशि वालों के लिए यह साल प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला रहेगा. समाज में आपकी पकड़ मजबूत होगी और लोगों के बीच सम्मान बढ़ेगा. सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी, मगर शनि के वक्री होने पर खर्च अचानक से बढ़ सकते हैं. सरकारी कामों में बाधाएं आ सकती हैं, इसलिए हर दस्तावेज और प्रक्रिया को ध्यान से पूरा करें.
धनु राशि: ढैय्या का असर बरकरार, धैर्य रखना होगा जरूरी
धनु राशि पर शनि की ढैय्या का दूसरा चरण 2026 में भी बना रहेगा. इस दौरान मानसिक तनाव थोड़ा बढ़ सकता है. छोटे-छोटे काम में अधिक समय लगना, प्लानिंग बिगड़ना और काम में बाधाएं मिलना संभव है. शनि मीन में विराजमान होकर आपके दूसरे भाव पर प्रभाव डालेंगे, जिसके चलते परिवार और धन संबंधी मामलों में उतार-चढ़ाव आ सकता है. स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बिल्कुल न करें. फिर भी, शनि जाते-जाते अच्छा फल देने की क्षमता रखते हैं—कुछ क्षेत्रों में अप्रत्याशित फायदा भी मिल सकता है. बस धैर्य, अनुशासन और संतुलन बनाए रखना जरूरी है.
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शनि के अशुभ प्रभाव से बचाव
शास्त्रों में कहा गया है कि हनुमान जी की भक्ति शनि के अशुभ प्रभाव को बेहद कम कर देती है. रोजाना हनुमान चालीसा पढ़ें, राम-सीता के नाम का जाप करें और मंगलवार-शनिवार को दीपक जलाएं. इससे मन मजबूत होगा और शनि की चुनौतियाँ भी हल्की पड़ेंगी.

