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Thursday, March 28, 2024

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झारखंड : गिरिडीह के देवरी में धान की बुआई के लिए खेत तैयार, पर किसानों को अब तक नहीं मिले बीज

रोहिणी नक्षत्र में गुजर रहा है, लेकिन अब तक किसानों को धान का बीज उपलब्ध नहीं हो पाया है. खेत तैयार है, पर गिरिडीह के देवरी प्रखंड क्षेत्र में पैक्स से बीज का आवंटन नहीं होने से किसान परेशान हैं. ऐसे में किसानों को खुले बाजार में अधिक दाम पर धान के बीज खरीदना पड़ रहा है.

देवरी (गिरिडीह), श्रवण कुमार : रोहिणी नक्षत्र में धान के बीज बोने के लिए किसानों ने खेत तैयार कर लिये हैं. लेकिन, अब तक गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड के किसानों को कृषि विभाग से धान का बीज नहीं मिल पाया है. ऐसे में किसानों को खुले बाजार में अधिक दाम पर धान के बीज खरीदना पड़ रहा है. किसानों के अनुसार, बाजार में नॉर्मल धान के बीज की कीमत 47 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम एवं हाइब्रिड बीज के दाम 200 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम हैं.

पिछले साल तीन फीसदी जमीन पर धान की खेती हुई

पिछले साल अल्पवृष्टि के कारण देवरी प्रखंड में महज तीन फीसदी सिंचित भूमि पर धान की खेती हो पायी थी. प्रखंड को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया था. कृषक मित्र अशोक राय, रउफ अंसारी, किसान अनिल सिंह, शुक्कर शर्मा, आनंद सिंह, धनेश्वर सिंह, सदानंद दास, किशुन राय, अनिल तिवारी, वकील राय, सत्य नारायण राय आदि लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष धान के बीज बोने के बाद पर्याप्त बारिश नहीं होने से यहां के किसान धान की खेती के साथ अन्य खरीफ फसल मकई, मड़ुआ, गोंदली, मूंग, अरहर, धान, उड़द आदि की खेती से वंचित रह गये थे.

किसानों के पास घर के बीज नहीं

पिछले साल धान की खेती नहीं होने से किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है. किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष धान की बुआई के बाद खेती नहीं होने से घर का बीज नहीं बचा है. अधिकांश किसान पैक्स से मिलने वाले बीज पर आश्रित हैं. अनेक केसानों के पास पूंजी नहीं होने से वे बाजार से बीज नहीं खरीद पा रहे हैं. ऐसे में सरकार उन्हें इस वर्ष धान, मूंग, उड़द, अरहर, मड़ुआ, गोंदली, मकई बजड़ा आदि के बीज व उर्वरक निः शुल्क उपलब्ध कराए.

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क्या कहते हैं किसान

असको के किसान मित्र अशोक राय ने कहा कि पिछले साल खेती नहीं होने से देवरी प्रखंड के किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है. इसे देखते हुए प्रखंड के किसानों को मुफ्त में बीज व खाद उपलब्ध कराने की जरूरत है. वहीं, पुरनाबथान के किसान आनंद सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष बारिश नहीं होने से धान की खेती नहीं हो पायी. ऐसे में किसानों के पास घरेलू बीज नहीं बचा है. पर्याप्त पैसे नहीं होने से किसान बाजार से बीज नहीं खरीद पा रहे हैं. किसानों को कर्ज लेकर खेती करनी पड़ेगी.

आवंटन मिलते ही किसानों को मिलेगा बीज : प्रभारी कृषि पदाधिकारी

इस संबंध में देवरी के प्रभारी कृषि पदाधिकारी संजय कुमार साहू ने बताया कि अब तक बीज का आवंटन नहीं मिला है. आवंटन मिलते ही किसानों को बीज उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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