अभी तक हमारे विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री को भारी भरकम रकम वेतन के रूप में मिलता है. साथ ही ऐशो-आराम के लिए बेहतरीन सुविधाएं. पर आश्चर्य होता है कि इतने वेतन पाकर भी हमारे माननीय संतुष्ट नहीं हैं.
राज्य की सभी पार्टियों के विधायक कई मुद्दों पर असहमति जताते हैं, पर खुद के वेतन बढ़ोतरी के फैसले पर साथ चलते हैं. हमारे राज्य में कई विभागों के सरकारी कर्मचारी अपने वेतन और पेंशन जुड़े मुद्दों पर सरकार से याचना करते हैं. कर्मचारियों को महीनों तक वेतन नहीं मिलता है. अपने वेतन और पेंशन बढ़ोत्तरी की तर्ज पर उन कर्मचारियों का भी भला करें जो वर्षों से वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं.
राजन राज, रांची