भष्टाचार को पूरी तरह नष्ट करने के लिए बड़े नोटों की बंदी करके मोदी जी ने साहसिक फैसला लिया है. इसके बाद पैसे की लेन-देन के लिए आधार कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और मोबाईल एप के माध्यम से भ्रष्टाचार को मिटाने की मुहिम पर जोर दिया जा रहा है.
अब सवाल है कि पैसे को प्रतिबंधित करके भ्रष्टाचार मुक्त समाज की कितनी संभावना है? दरअसल साइबर क्राइम को निरस्त करना, लिंक फेल की समस्या को दूर करना, मोबाईल टावर की स्थिति को दूर करना, इंटरनेट गति में तेजी लाना आदि अनेक खामियों को दूर करना. मानसिकता में बदलाव लाये बगैर भ्रष्टाचार मुक्त समाज की परिकल्पना करना आसमान के तारे तोड़ने के समान है.
महाबीर साहू, हटिया, रांची