हाल के दिनों में भूकंप की खबरें कुछ ज्यादा ही आने लगी हैं. ऐसे में जान-माल की रक्षा के लिए हमें खतरे के प्रति सचेत होना चाहिए़ भारत सरकार के अनुसार देश में सिर्फ साढ़े चार प्रतिशत भवन ही भूकंपरोधी हैं
और इसका कारण है विभिन्न नगर निगमों में नक्शा पास करने के लिए स्ट्रक्चरल इंजीनियरों का अभाव़ एमटेक या एमएससी इंजीनियरिंग की पढ़ाई स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में होती है और ऐसे ही इंजीनियरों को हरेक नगर निगम को या नगरपालिका को बहाल कर नक्शा पर उनकी स्वीकृति को अनिवार्य कर देना चाहिए ताकि भविष्य में जो भी भवन बनें, वे सभी भूकंपरोधी हों. तभी भवनों में रहनेवालों को भूकंप से सुरक्षा मिले सकेगी़ अत: इसके लिए भारत सरकार को आगे आकर कानून बना देना चाहिए एवं भवन निर्माण के क्षेत्र में भवनों को भूकंपरोधी होना अनिवार्य कर देना चाहिए़
डॉ भुवन मोहन, रांची