कोरोना वायरस जैसे घातक वायरस-जनित रोगों के निदान के लिए भारत को स्वास्थ्य के क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनाने के जरूरत है क्योंकि ऐसे रोगों को रोकने लिए हमारे पास उपचार व साधन पर्याप्त नहीं होते. सरकार आर्थिक क्षेत्र में नये प्रतिमान गढ़ रही है.
इसके साथ जरूरत है कि भारत स्वास्थ्य क्षेत्र में भी अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से ऐसा कीर्तिमान बनाये, जो भारत के साथ दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों के लिए भी लाभप्रद हो. स्वास्थ्य के मद में योगदान बढ़ाने की आवश्यकता है. ऐसे वायरस जन्य बीमारियों को आने से रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन उनके ऊपर अंकुश लगाया जा सकता है़
– कृष्ण चंद्र त्रिपाठी, बिहार