कांग्रेस की गलतियां न दोहराये भाजपा
नवनिर्वाचित नरेंद्र मोदी की सरकार में, चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों और अपराधी छवि के दागी नेताओं को शामिल नहीं किया जाना चाहिए था. मानव संसाधन विकास जैसे भारी-भरकम मंत्रालय की जिम्मेदारी एक इंटर पास को नहीं दी जानी चाहिए थी. अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस और भाजपा में कोई अंतर नहीं रह जायेगा. कांग्रेस की अगुवाईवाली यूपीए सरकार में भी ऐसी ही मनमानी चलती थी.
सोनिया गांधी ने जिसे जो चाहा, बनाया. भले ही उस व्यक्ति में अमुक पद की योग्यता हो या नहीं. यही वजह रही कि दस सालों तक चले कांग्रेस के इस खेल को जनता बरदाश्त नहीं कर सकी और उसके खिलाफ अपना जनादेश सुना दिया. अब जब जनता ने भाजपा को चुना है, तो उसे कांग्रेस की पिछली गलतियों से सबक लेना होगा, वरना अगला जनादेश उसके भी खिलाफ जा सकता है.
सुशील कुमार, जमशेदपुर