क्या आप जानते हैं कि आपकी जन्मतिथि के अंक आपके व्यक्तित्व और भविष्य को कैसे आकार देते हैं? मूलांक ज्योतिष, एक प्राचीन विज्ञान है जो हर व्यक्ति के मूलांक 1 से 9 तक का गहरा अर्थ बताता है और यह आपके जीवन के हर पहलू पर सीधा प्रभाव डालता है. इस समय जब लोग अपने जीवन की दिशा को लेकर अधिक जागरूक हो रहे हैं, इन अंकों को समझना और इनके प्रभाव को जानना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है. आपका मूलांक सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि आपके भाग्य और स्वभाव का दर्पण है, जो आपको अपनी छिपी हुई शक्तियों और चुनौतियों को पहचानने में मदद करता है.
मूलांक: आपके जन्म की तारीख का रहस्य
अंक ज्योतिष में, मूलांक वह संख्या होती है जो किसी व्यक्ति की जन्मतिथि के अंकों को जोड़कर प्राप्त की जाती है. यह 1 से 9 तक कोई भी एक अंक हो सकता है और माना जाता है कि यह व्यक्ति के स्वभाव, सोच, प्रेम जीवन, करियर और भाग्य के अनेक पहलुओं को दर्शाता है. मूलांक को जन्मांक भी कहा जाता है, और इसका प्रभाव व्यक्ति के व्यक्तित्व पर सीधा पड़ता है. मूलांक की गणना बहुत सरल है. यदि आपकी जन्मतिथि एक अंक में है (जैसे 1 से 9), तो वही आपका मूलांक है. यदि जन्मतिथि दो अंकों में है (जैसे 15), तो उन अंकों को तब तक जोड़ा जाता है जब तक एक एकल अंक प्राप्त न हो जाए (जैसे 1+5=6). यह केवल जन्म की तारीख से निकाला जाता है, महीने या वर्ष से नहीं.
मूलांक 1: नेतृत्व और दृढ़ संकल्प
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख को होता है, उनका मूलांक 1 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह सूर्य है, जिसे जीवन शक्ति का प्रतीक माना गया है. मूलांक 1 वाले लोग दृढ़ निश्चयी, स्वाभिमानी और नेतृत्व कौशल के धनी होते हैं. उनमें ईमानदारी की अधिकता होती है और वे रचनात्मक होते हैं. ऐसे व्यक्ति अपनी शर्तों पर जीवन जीना पसंद करते हैं और अपनी बात बखूबी रखना जानते हैं. वे राजनीति, प्रशासन और व्यवसाय जैसे क्षेत्रों में सफल होते हैं. हालांकि, वे कुछ हद तक जिद्दी और अहंकारी भी हो सकते हैं. इन्हें सिरदर्द, माइग्रेन, हड्डियों और आँखों से संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं.
मूलांक 2: संवेदनशीलता और रचनात्मकता
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 2 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह चंद्रमा है, जो संवेदनशीलता, भावुकता और रचनात्मकता का प्रतीक है. मूलांक 2 वाले लोग कल्पनाशील, सहृदय और सरल स्वभाव के होते हैं. वे सौंदर्य प्रेमी और शांति प्रिय होते हैं, तथा कला, लेखन और परामर्श के क्षेत्रों में सफल होते हैं. इनमें दूसरों को सम्मोहित करने का गुण होता है और वे अपरिचित व्यक्तियों से भी आसानी से मित्रता कर लेते हैं. हालांकि, ये लोग शारीरिक रूप से अधिक बलवान नहीं होते और इनमें आत्मविश्वास की थोड़ी कमी हो सकती है, जिसके कारण वे तुरंत निर्णय नहीं ले पाते. इनका मन चंचल होने के कारण ये कभी-कभी काम अधूरा छोड़ देते हैं, इसलिए इनके लिए नौकरी करना व्यवसाय से अधिक फायदेमंद माना जाता है.
मूलांक 3: ज्ञान और प्रेरणा
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 3 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह बृहस्पति (गुरु) है, जो ज्ञान, शिक्षा और समृद्धि का प्रतीक है. मूलांक 3 वाले लोग स्वाभिमानी, साहसी, वीर और संघर्षशील होते हैं. उन्हें किसी का एहसान लेना पसंद नहीं होता और वे अपनी स्वतंत्रता से समझौता नहीं करते. ये रचनात्मक क्षमता से भरपूर होते हैं और जिस कार्य को ठान लेते हैं, उसे पूरा करके ही दम लेते हैं. समाज में इन्हें बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है और ये दूसरों को प्रेरित करने में सक्षम होते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में ये उच्च स्तर की पढ़ाई प्राप्त करते हैं और विज्ञान व साहित्य में इनकी विशेष रुचि होती है. आरंभिक उम्र में इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहती, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ सुधार आता है.
मूलांक 4: अनुशासन और व्यावहारिकता
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक 4 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह राहु है. मूलांक 4 वाले लोग भीड़ से अलग नजर आते हैं और परंपराओं से हटकर चलते हैं. ये मेहनती, जिद्दी और साहसी होते हैं. राहु के प्रभाव के कारण, ये योजना बनाकर चलने वाले और बहुत ही व्यावहारिक होते हैं, लेकिन थोड़े कम भावुक होते हैं. ये अपने मुताबिक काम करने में विश्वास रखते हैं और काम में कोई कोताही नहीं बरतते. इनका रुझान तकनीकी, विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रशासन और राजनीति जैसे क्षेत्रों में अधिक होता है. हालांकि, इनका जिद्दी स्वभाव और दूसरों की सलाह न सुनने की आदत इन्हें कभी-कभी गलत आदतों में डाल सकती है. रिश्तों के मामले में इनकी मूलांक 4 वालों से खूब बनती है, जबकि भाई-बहनों से कम बनती है.
मूलांक 5: परिवर्तन और बौद्धिक क्षमता
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 5, 14 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह बुध है, जो ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है. मूलांक 5 वाले व्यक्ति बुद्धिमान, साहसी और कर्मशील होते हैं. वे चुनौतियों को स्वीकार करते हैं और उनसे लड़कर विजय प्राप्त करते हैं. इनमें दूसरों को सम्मोहित करने का गुण होता है और वे जल्दी मित्र बनाते हैं. ये परिवर्तन, स्वतंत्रता और रोमांच पसंद करते हैं. ऐसे व्यक्ति बहुमुखी प्रतिभा के धनी और जिंदादिल होते हैं, तथा दूसरों को प्रसन्न रखने की कला जानते हैं. ये व्यापार में जोखिम उठाने को सदैव तत्पर रहते हैं और अपेक्षाकृत अधिक सफल होते हैं. हालांकि, ये जल्दी सोचने वाले होते हैं, जिससे ये अपना काम और रिश्ता दोनों खराब कर सकते हैं. इनमें बेवजह गुस्सा करने की प्रवृत्ति भी हो सकती है.
मूलांक 6: प्रेम और संतुलन
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 6 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह शुक्र है, जो प्रेम और शांति का प्रतीक है. मूलांक 6 वाले व्यक्ति सुगठित शरीर वाले, सुंदर और प्रभावशाली होते हैं. ये कलाप्रेमी होते हैं और सौंदर्य के प्रति उनमें गहरा आकर्षण होता है. इन्हें भौतिक सुखों में पूर्ण आस्था होती है और ये जीवन का सही आनंद उठाते हैं. ये विश्वसनीय और शांति प्रिय होते हैं. मूलांक 6 वाले दीर्घायु, स्वस्थ, बलवान और हंसमुख होते हैं. वे अपने जीवन में काफी संतुलित होते हैं और अपनी पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में सामंजस्य बनाना जानते हैं. हालांकि, विचारों को कार्य रूप देने की क्षमता इनमें अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे वे शिक्षा में पिछड़ सकते हैं. इन्हें पाचन तंत्र और सिरदर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं.
मूलांक 7: आध्यात्मिकता और रहस्य
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 7 होता है. इस रहस्यमयी अंक का स्वामी ग्रह केतु है, और कुछ लोग इसे नेप्च्यून का अंक भी मानते हैं. मूलांक 7 वाले लोग बहुत कल्पनाशील, आदर्शवादी और सपनों में खोए रहने वाले होते हैं. इस अंक के पास रहस्य और अंतर्ज्ञान की अद्भुत क्षमता होती है. ये अंतर्मुखी, दार्शनिक और शोध में रुचि रखने वाले होते हैं. ये यात्रा, लेखन, मीडिया और मैनेजमेंट के क्षेत्र में खूब सफल होते हैं. मूलांक 7 वाले अपने परिवार के लिए बहुत भाग्यशाली साबित होते हैं और बचपन से ही पढ़ने में बहुत तेज होते हैं. हालांकि, ये जीवन के भौतिक पहलू की ओर अधिक ध्यान नहीं देते, इसलिए बहुत अधिक धन संचय नहीं कर पाते. इनके प्रेम संबंध स्थायी नहीं रहते, लेकिन वैवाहिक जीवन सुखी रहता है.
मूलांक 8: कर्म और दृढ़ता
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 8 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह शनि है, जिसे रहस्य और न्याय का प्रतीक माना गया है. मूलांक 8 वाले व्यक्ति प्रायः अंतर्मुखी प्रवृत्ति के होते हैं और प्रचार-प्रसार से दूर एकनिष्ठ होकर अपने कामों में लगे रहते हैं. ये प्रत्येक विषय को पूर्ण गहनता से सोचते और विचारते हैं. इन्हें दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं होता और ये भाग्य से ज्यादा कर्म पर विश्वास करते हैं. ये मेहनती, आत्मनिर्भर और अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित होते हैं. ये इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, तेल, पेट्रोल पंप, रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन और लोहे की वस्तुओं से संबंधित व्यापार में सफल होते हैं. इन्हें पूर्ण सफलता बहुत मेहनत करने के बाद ही मिलती है, और इनका भाग्य लगभग 35 वर्ष की उम्र के बाद चमकता है. हालांकि, इनका स्वभाव कभी-कभी कठोर और जिद्दी भी हो सकता है, और जीवन में अक्सर संघर्षों का सामना करना पड़ता है.
मूलांक 9: साहस और परोपकार
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 9 होता है. इस मूलांक का स्वामी ग्रह मंगल है, जो उत्साह, ऊर्जा और पराक्रम का प्रतीक है. मूलांक 9 वाले व्यक्ति साहसी, वीर और जुझारू प्रवृत्ति के होते हैं. इनमें किसी भी परिस्थिति से निपटने की क्षमता होती है और ये अनुशासन प्रिय व सिद्धांत के पक्के होते हैं. ये दूसरों पर निर्भर होना पसंद नहीं करते और इनमें योद्धा के गुण होते हैं. ये सेना, खेल, इंजीनियरिंग और प्रशासन में सफल होते हैं. हालांकि, मंगल के प्रभाव के कारण ये बहुत जल्दी गुस्सा कर लेते हैं और गुस्सैल स्वभाव के होते हैं. इनका वैवाहिक जीवन अक्सर डिस्टर्ब रहता है और इन्हें दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है. ये कला की ओर रुझान रखते हैं और तेज बुद्धि वाले होते हैं.

