स्टॉकहोम : रसायन विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए वर्ष 2017 का नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से दिया गया है. इन वैज्ञानिकों के नाम हैं जाक दुबोशे (स्विटजरलैंड), जोआखिम फ्रैंक (अमेरिका) और रिचर्ड हेंडर्सन (ब्रिटेन). उन्हें यह पुरस्कार क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी के विकास के लिए के लिए दिया गया. यह दोनों मिलकर बायोमॉल्यूकूल्स के चित्रों को सरल स्पष्ट रूप से दिखाते हैं. इस पद्धति ने जैव रसायन को एक नये युग में स्थानांतरित कर दिया है.किसी भी चीज को समझने के लिए चित्र बड़ा माध्यम है.
#NobelPrize 2017 : जानें कौन हैं मेडिसीन का नोबेल पाने वाले वैज्ञानिक माइकल डब्ल्यू यंग और जैफरी हॉल
Watch the very moment the 2017 #NobelPrize in Chemistry is announced! pic.twitter.com/xwoThkOpn8
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 4, 2017
वैज्ञानिक सफलता यह है कि उन चीजों को स्पष्ट तौर पर दिखाया जाये, जिसे इंसानी आंखें नहीं देख पाती हैं. अभी तक यह होता था कि जैव रासायनिक मानचित्रों को रिक्त स्थान से भर दिया जाता था,क्योंकि उपलब्ध प्रौद्योगिकी जीवन के आणविक मशीनरी की बहुत सारी तसवीरें दिखा नहीं पाता था. लेकिन क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी ने इस परिस्थिति को बदल दिया है. अब शोधकर्ता उन प्रक्रियाओं की कल्पना कर सकते हैं, जो उन्होंने कभी नहीं देखी थी.

