वडोदरा : गुजरात के वडोदरा में ‘‘लुंगी’ पहनने और ‘‘अश्लील तरीके से बैठने’ के लिए बिहार के सात लोगों पर कथित रूप से हमला किये जाने के बाद बुधवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह हमला शहर के सामा क्षेत्र में सोमवार की रात हुआ था. गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी भाषी प्रवासियों पर हाल में हमलों की कई कथित घटनाएं सामने आयी थी.
पुलिस ने दावा किया कि सोमवार की रात को हुआ हमला एक अलग घटना है और इसका ‘‘पीड़ितों के मूल स्थान से कोई लेना देना नहीं है.’ घटना के बारे में वडोदरा के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि स्थानीय निवासियों की बात पर ध्यान नहीं दिये जाने के बाद इन लोगों पर हमला किया गया. स्थानीय निवासी इन लोगों से लुंगी पहनकर वहां अश्लील तरीके से नहीं बैठने के लिए लगातार कह रहे थे. उन्होंने बताया कि यह घटना हिन्दी भाषी प्रवासियों के खिलाफ ‘‘घृणा अपराध’ नहीं हो सकती है.
सिंह ने कहा,‘‘सोमवार की रात को दो समूहों के बीच विवाद होने के बाद इन लोगों पर हमला किया गया.’ सामा पुलिस थाने के निरीक्षक पीडी परमार ने कहा कि जिन लोगों पर हमला किया गया है वे बिहार के है. इनमें से छह लोग प्लंबर हैं और एक इंजीनियर है. पुलिस के अनुसार हमलावरों ने इंजीनियर की एक मोटरसाइकिल को भी जला दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान धीरु परमार,हार्दिक परमार और निकुंज वाघेला के रूप में हुई है.
इन तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 323, 504, 506, 435 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि गत 28 सितंबर को साबरकांठा जिले में 14 महीने की एक बच्ची के साथ बलात्कार के आरोप में बिहार के एक श्रमिक की गिरफ्तारी के बाद गुजरात के कई जिलों और उत्तरी हिस्सों में हिंसा व्याप्त हो गयी थी. कई हिंदी भाषी प्रवासियों पर हमले किये गये जिनमें से ज्यादातर बिहार और उत्तर प्रदेश के थे. इस वजह से बड़ी संख्या में प्रवासियों को गुजरात से पलायन करना पड़ा.
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