इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : भारत के मिसाइल कार्यक्रमको लेकर पाकिस्तान ने चिंता जतायी है. अग्नि - चार मिसाइल का प्रक्षेपण किये जाने के एक सप्ताह बाद पाकिस्तान ने इस पर चिंता जतायी है. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का मिसाइल कार्यक्रम क्षेत्रीय स्थिरता एवं शांति के लिए खतरा है. पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस संंबंध में खबर दी है पाक ने भारत के मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर अपनी चिंता से मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम यानी एमटीसीआर के प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया है.
एमटीसीआर ऐसी वैश्विक संस्था है, जो दुनिया के विभिन्न देशों के मिसाइल कार्यक्रमों पर नजर रखती है. इसमें दुनिया के 35 देश सदस्य हैं. एमटीसीआर दुनिया के देशों का ऐसा समूह है, जिसकी सदस्यता हासिल होने के बाद किसी सदस्य देश को एक-दूसरे से मिसाइल व ड्रोन से संबंधित तकनीक बेचने या लेने-देने में दिक्कत नहीं आती है, अन्यथा सदस्यता नहीं रहने पर कई तरह की दिक्कतें आती हैं. भारत को पिछले ही साल इसकी सदस्यता हासिल हुई है.
भारत की बढती मिसाइल ताकत को देखते हुए पाकिस्तान ने एमटीसीआर से मिसाइल तकनीक के प्रसार पर रोक लगाने के लिए एक साझा नीति लाने की मांग की है और कहा है कि एक कॉमन एक्सपोर्ट पाॅलिसी गाइडलाइन मिसाइल तकनीक के लिए फॉलो किया जाना चाहिए.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव तसनीम असलम.
पाकिस्तान ने एमटीसीआर के हम सांग वूक के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सामने यह चिंता प्रकट की है. पाकिस्तान की आेर से उसके विदेश मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव तसनीम असलम ने चिंता जतायी है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उसने इस संबंध में हुई बातचीत के एजेंडे की चर्चा की है. इसमें कहा गया है कि बातचीत के एजेंडे में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम एवं एमटीसीआर में हुआ तकनीकी विकास शामिल था. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव तसनीम असलम अपने देश के लिए संयुक्त राष्ट्र के मामलों को देखती हैं.