34.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

जाधव पर गलत बयान के लिए दबाव बना रहा पाकिस्तान : भारत

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से सोमवार को इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया ने मुलाकात की. वर्ष 2016 में हिरासत में लिये जाने के बाद जाधव तक भारत की यह पहली राजनयिक पहुंच है. इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव […]

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से सोमवार को इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया ने मुलाकात की. वर्ष 2016 में हिरासत में लिये जाने के बाद जाधव तक भारत की यह पहली राजनयिक पहुंच है.

इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव को जल्द से जल्द न्याय दिलाने और उनकी सुरक्षित भारत वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है. यह मुलाकात अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) द्वारा दी गयी व्यवस्था के अनुपालन में पाकिस्तान द्वारा सोमवार को जाधव को राजनयिक पहुंच की अनुमति दिये जाने के बाद हुई. भारतीय नागरिक जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और जासूसी तथा आतंकवाद के आरोप में पाकिस्तान ने 2017 में उन्हें मौत की सजा सुनायी थी. जियो टीवी ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि यह मुलाकात एक घंटे तक चली. कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों में जारी तनाव के बीच अहलूवालिया ने यहां एक उप-जेल में भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव से मुलाकात की.

वहीं, नयी दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मुलाकात के बाद कहा कि कुलभूषण जाधव पाकिस्तान के अपुष्ट दावों को बनाये रखने के लिए गलत बयानी करने के भीषण दबाव में दिखते हैं. इसके साथ ही, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जाधव की मां से बात कर उन्हें आज हुए घटनाक्रमों से अवगत कराया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव को जल्द से जल्द न्याय दिलाने और उनकी सुरक्षित भारत वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है. जाधव से मुलाकात करने से पहले, अहलूवालिया ने पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में मुलाकात की. गौरतलब है कि 49 वर्षीय जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने अप्रैल, 2017 में मौत की सजा सुनायी थी.। उसके बाद भारत ने आईसीजे पहुंचकर उनकी मौत की सजा पर रोक लगाने की मांग की थी.

पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने एक अगस्त को भी कहा था कि भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी को अगले दिन राजनयिक पहुंच दी जायेगी. यह मुलाकात दो अगस्त को अपराह्न तीन बजे होने वाली थी, लेकिन राजनयिक पहुंच की शर्तों को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेदों के चलते यह बैठक नहीं हो सकी थी. भारत ने पाकिस्तान से जाधव तक तत्काल, प्रभावी और निर्बाध राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने की मांग की थी और वह कूटनीतिक माध्यमों से इस्लामाबाद के संपर्क में था. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि आज उपलब्ध करायी गयी राजनयिक पहुंच निर्बाध थी या नहीं, जैसी कि भारत ने मांग की थी. रविवार को फैसल ने ट्वीट किया था कि जाधव को राजनयिक संबंधों पर वियना संधि, आईसीजे के फैसले और पाकिस्तान के कानूनों के अनुरूप दो सितंबर को राजनयिक पहुंच उपलब्ध करायी जायेगी.

जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को भारत सरकार द्वारा हटाए जाने के चलते दोनों देशों में तनाव के बीच जाधव को राजनयिक पहुंच उपलब्ध करायी गयी है. कश्मीर मुद्दे पर तनाव के बीच पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर करते हुए सात अगस्त को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को निष्कासित कर दिया था. आईसीजे ने 17 जुलाई को पाकिस्तान को जाधव को सुनायी गयी फांसी की सजा पर प्रभावी तरीके से पुनर्विचार करने और राजनयिक पहुंच प्रदान करने का आदेश दिया था. पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षाबलों ने जाधव को तीन मार्च, 2016 को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था जहां वह कथित तौर पर ईरान से पहुंचे थे. वहीं, भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था जहां वह नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद कारोबार के सिलसिले में गये थे. दिसंबर 2017 में पाकिस्तान ने जाधव की पत्नी और मां को उनसे मुलाकात की अनुमति दी थी, लेकिन यह मुलाकात शीशे के स्क्रीन के पीछे से करायी गयी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें