Year Ender 2020, Stories, Narendra Modi, Sushant Singh Rajput, Nirmala Sitharaman, Bilkis Dadi, Mukesh Ambani: वर्ष 2020 काफी चुनौतीपूर्ण रहा. इस दौरान कुछ चेहरे काफी चर्चा में रहे. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुकेश अंबानी, निर्मला सीतारमण, सुशांत सिंह राजपूत से लेकर बिलकिस दादी तक की काफी चर्चा हुई. पीएम मोदी जहां लॉकडाउन और चीनी ऐप्स को बैन करने के कड़े फैसले के लिए तो वित्त मंत्री देश को आर्थिक संकट से निकालने व मुकेश अंबानी अपनी संपत्ति को लेकर चर्चा में रहे. इधर, सुशांत सिंह राजपूत का मौत का मामला कई रूप लिया और बिलकिस दादी अपने विरोध प्रदर्शन को लेकर भी काफी चर्चा में रहीं…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए वर्ष 2020 बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. कोरोना के कहर से परेशान देश और चौपट होती अर्थव्यवस्था को ट्रैक पर लाने के लिए उन्होंने कई कड़े कदम उठाए. फिर चाहे वो शुरूआती 21 दिनों का कठोर लॉकडाउन हो या उसे बढ़ाकर 68 दिनों का करने वाला फैसला. हालांकि, इस बीच देशवासियों ने भी पीएम का साथ जनता कर्फ्यू, 9 मिनट का दीप जलाकर और लॉकडाउन का पालन करके किया. मोदी के हर फैसले के साथ देश था यही कारण है कि भारत में कोरोना संक्रमण का मामला एक करोड़ के पार अब हुआ, नहीं तो अन्य देशों की तरह भारत भी बहुत गहरे संकट से गुजर रहा होता.
इधर, जून के मध्य में पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा का विवाद भी उनके गले की फांस बन रहा था. इस दौरान देश ने 20 भारतीय सैनिकों को गंवा दिया था. लेकिन, पीएम मोदी वो इंसान है जो सबका जवाब समय पर सुध समेत देते है. उन्होंने कोरोना से आए आर्थिक संकट का हल आत्मनिर्भर भारत के रूप में निकाला. वहीं, चीन की क्रूरता का जवाब कई चीनी ऐप्स और वहां के स्वामित्व वाली कंपनियों के उत्पादों को बैन करके दिया.
डगमगायी भारत की अर्थव्यवस्था को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बखूबी संभाला. एक बीमार आबादी को बचाने के साथ-साथ उन्होंने आर्थिक पैकेज की सौगात से मार्केट में पैसे के फ्लो को जेनरेट करने की भरपूर कोशिश की. इस दौरान पार्टी और उन्हें काफी आलोचनाएं भी सहनी पड़ी. लेकिन, उस समय के उठाए गए कई कदम व योजनाओं की ही देन है कि भारत की अर्थव्यवस्था जल्द रिकवर हुई और ट्रैक पर आ गयी.
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में देश में इस साल काफी प्रदर्शन हुए. इस दौरान बिलकिस दादी काफी चर्चा में आयी. दादी ने जिस तरह महिलाओं को अपने घरों से निकलकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की सलाह दी और खुद भी शांतिपूर्ण ढ़ंग से लड़ा. इसी ने उन्हें टाइम मैगज़ीन 2020 की 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में शामिल किया साथ ही साथ दुनिया भर की प्रभावशाली महिला के तौर पर जानी गयी. दरअसल, नागरिकता संशोधन के विरोध में मुस्लिम महिलाएं इसलिए थी, क्योंकि उन्हें लगा कि नए कानूनों से भारत के मुस्लिम समुदायों का सर्वनाश हो सकता है.
मुकेश अंबानी वो इंसान है जिन्होंने महामारी में भी अवसर निकाल दिखाया. वे जियो प्लेटफार्म को नई ऊंचाईयों तक ले गए. लॉकडाउन के दौरान लाखों डॉलर जुटाने में कामयाब रहे. साथ ही साथ भारत में नंबर वन टेलीकॉम कंपनी के तौर पर बरकरार रहे. जुलाई में जब देश लॉकडान में था तो रिलायंस इंडस्ट्रीज 13 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप तक पहुंचने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की मानें तेा अगस्त तक उनकी संपत्ति इतनी बढ़ गयी कि वे दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए.
34 वर्षीय अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की अचानक मौत से देश स्तब्ध था. वर्ष 2020 में सुशांत सिंह राजपूत कई महीनों तक देश में चर्चा में रहे. 14 जून को सुशांत का शव उनके बांद्रा स्थित फ्लैट से मिला था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई सुशांत केस की जांच कर रही है. उनकी आत्महत्या के मामले ने कई मोड़ लिया, जांच में नारकोटिक्स (ड्रग्स) का मामला भी सामने आया. रिया चक्रवर्ती समेत कई इस मामले में चपेट में आए.
Posted By: Sumit Kumar Verma