Viral Video: भारत आई एक अमेरिकी महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. अमेरिकी महिला ने भारत में इलाज कराया और यहां की व्यवस्था के बारे में जो जानकारी दी वो काफी तेजी से ट्रेंड कर रहा है. यही नहीं विदेशी महिला ने भारत और अमेरिका के हेल्थ केयर की तुलना भी की. अपने वीडियो में महिला ने भारत के एक अस्पताल का अनुभव साझा किया, जहां वो अपने उंगली में कट का इलाज कराने गई थी. सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर उनका वीडियो काफी सुर्खियां बटोर रहा है. महिला का नाम क्रिस्टन फिशर है.
भारत में इलाज अमेरिका से काफी सस्ता
क्रिस्टन फिशर ने बताया कि उनका हाथ की उंगली में कट लग गया था. काफी खून बह रहा था. इसके बाद वो नजदीकी अस्पताल पहुंची. उन्होंने अस्पताल का जो वर्णन किया वो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि अंगूठा कटने के बाद वो साइकिल चलाकर अस्पताल पहुंची. वहां करीब 45 मिनट रुकने के बाद उनका इलाज हो गया. न तो कहीं टांके लगाने पड़े और न इलाज महंगा पड़ा. सिर्फ 50 रुपये में उनका इलाज हो गया. उन्होंने लिखा कि दो कारण ने उन्हें काफी प्रभावित किया. एक तो इलाज का आसान होना और दूसरा इलाज में काफी कम खर्च.
5 मिनट की दूरी पर था अस्पताल
- उन्होंने लिखा कि दो वजहों से यह बात काफी खास है. उन्होंने लिखा ‘मेरे घर से सिर्फ़ 5 मिनट की दूरी पर एक अस्पताल था. भारत में डॉक्टरों, क्लीनिकों और अस्पतालों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. उन्होंने लिखा कि मुझे भारत में रहकर बहुत सुरक्षित महसूस होता है क्योंकि मुझे पता है कि जरूरत पड़ने पर मैं आपातकालीन मदद से बस कुछ ही मिनटों की दूरी पर हूं.’
- क्रिस्टन फिशर लिखा इलाज का कम खर्च भी उन्हें काफी प्रभावित किया. क्रिस्टन फिशर ने लिखा ‘पूरे अनुभव के लिए उन्होंने मुझसे सिर्फ 50 रुपये लिए. उनके लिए यह लगभग 60 सेंट है. भारत में स्वास्थ्य सेवा अमेरिका के मुकाबले कहीं ज्यादा किफायती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में आमतौर पर इलाज काफी महंगा है. वहां तो बीमा प्रीमियम ही 1 से 2 हजार डॉलर प्रति माह का होता है.
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है वीडियो
क्रिस्टन फिशर का इंस्टाग्राम पर डाला वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से ट्रेंड कर रहा है. कई लोगों ने उनकी बात पर सहमति जताई है. एक यूजर ने लिखा ‘क्रिस्टन फिशर से सहमत हूं. भारत में मदद की भरमार है. और सिर्फ़ मदद ही नहीं, बल्कि मेडिकल मदद भी. यह अद्भुत है और ऐसा कभी नहीं लगता कि इसके साथ कोई शर्त जुड़ी है.’ एक और यूजर ने अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा को टारगेट करते हुए लिखा ‘मैं यहां अमेरिका में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के साथ अपॉइंटमेंट लेना चाहता था और सबसे पहली अपॉइंटमेंट फरवरी 2026 में उपलब्ध है.’

