Very Heavy Rain Alert: उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का सिलसिला जारी है. मंगलवार (2 सितंबर) को भी कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई. मौसम विभाग ने देहरादून, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. तेज बरसात के कारण राज्य में अधिकांश नदियां उफान पर हैं. गंगा और उसकी सहायक मंदाकिनी और अलकनंदा नदियों समेत राज्य की कई और नदियां उफान पर हैं. जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चला गया है. इस साल भारी बारिश ने उत्तराखंड में जमकर तबाही मचाई है. मानसून की बारिश और बारिश संबंधी गतिविधियों के कारण अब तक 79 लोगों की मौत हो चुकी है, 114 लोग घायल हुए हैं और 95 लोग लापता हैं.
स्कूल बंद- चार धाम यात्रा स्थगित
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण देहरादून समेत कई जिलों में पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को मंगलवार को बंद कर दिया गया. इसके अलावा चारधाम यात्रा को भी पांच सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है. क्योंकि आगामी दिनों में भी इसी तरह का मौसम रहने का पूर्वानुमान जताया गया है. मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा हल्द्वानी में 116.6 मिलीमीटर, छोरगलिया में 118 मिलीमीटर, मुक्तेश्वर में 98.4 मिलीमीटर, उधम सिंह नगर के खटीमा में 92.5 मिलीमीटर, बेतालघाट में 85 मिलीमीटर, मुनस्यारी में 82.4 मिलीमीटर और पिथौरागढ़ में 74.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही है नदियां
उत्तराखंड में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह बही है. हल्द्वानी में गौला नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है, वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब है. अधिकारियों के मुताबिक गौला बैराज से 44,124 क्यूसेक पानी बह रहा है और बैराज के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 293.07 मीटर, जबकि ऋषिकेश में 339.70 मीटर पर पहुंच गया है और यह दोनों स्थानों पर खतरे के निशान से लगभग एक मीटर नीचे है. अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां, सोंग नदी, बांगंगा और गौरी गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब है.

