16.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Vande Bharat Train: वंदे भारत के निर्माता ने 6 साल बाद सेमी हाई-स्पीड ट्रेन की यात्रा की, इस बात पर हुए नाराज

Vande Bharat Train: वंदे भारत ट्रेन के उत्पादन का नेतृत्व करने वाले सुधांशु मणि ने हाल ही में सेमी हाई स्पीड ट्रेन पर सफर किया. यात्रा करने के बाद उन्होंने अपना अनुभव भी शेयर किया. कुछ चीजों को लेकर खुश नजर आए, तो कुछ बातों पर निराश भी दिखे. उन्होंने अपना अनुभव अपने ब्लॉग पर शेयर किया है.

Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. लेकिन देश की पहली स्वदेशी सेमी हाई-स्पीड ट्रेन के उत्पादन का नेतृत्व करने वाले सुधांशु मणि ने उद्घाटन के करीब 6 साल बाद यात्रा का आनंद उठाया. हाल ही में उन्हें एक यात्री के रूप में इसमें यात्रा करने का अवसर मिला.

मणि ने यात्रा अनुभव किया शेयर

लखनऊ के चारबाग स्टेशन से प्रयागराज के लिए ट्रेन में सवार हुए मणि ने अपने अनुभव को मिला-जुला बताया. उन्होंने ट्रेन के बाहरी रूप, एग्जीक्यूटिव क्लास में साफ-सफाई और स्वच्छ भोजन की सराहना की लेकिन साथ ही यात्रियों की कम संख्या और कोच के फर्श पर बिछे अनावश्यक लाल कालीन पर भी आपत्ति जताई. मणि ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, बाहरी रूप काफी हद तक वैसा ही दिखा जैसा हमने बनाया था. उन्होंने कहा कि एग्जीक्यूटिव क्लास का कोच उचित रूप से साफ” था, हालांकि एक अनावश्यक लाल कालीन की पट्टी से वह निराश थे.

इंटीरियर और भोजन पर मणि ने किया कमेंट, जानें क्या कहा?

सीटों की सराहना करते हुए सुधांशु मणि ने कहा कि वे प्रोटोटाइप से अधिक आरामदायक थीं. उन्होंने शौचालय को साफ और कार्यात्मक बताया लेकिन कहा कि फिटिंग पर लागत कटौती और खरीद प्रणाली की खामियों की छाप स्पष्ट थी. उन्होंने इंटीरियर को सुखद और भोजन की गुणवत्ता को स्वच्छ और उचित रूप से स्वादिष्ट पाया.

यात्रियों की संख्या देखकर निराश हुए मणि

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के निर्माता सुधांशु मणि जब पहली बार सफर पर निकले तो यात्रियों की कम संख्या को देखकर उन्हें निराशा हुई. मणि ने कहा, सच कहूं तो यात्रियों की संख्या कम थी – एग्जीक्यूटिव क्लास में 25 प्रतिशत से कम और चेयर कार मुश्किल से आधी क्षमता पर थी.

वंदे भारत को 130 किमी प्रति घंटा की गति से चलाए जाने पर नाखुश हुए आए मणि

वंदे भारत की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटा होने के बावजूद इसे 130 किमी प्रति घंटा की गति से चलाए जाने पर भी उन्होंने असंतोष व्यक्त किया. मणि ने 2018 में प्रोटोटाइप ट्रेन 18 (जिसे बाद में वंदे भारत नाम दिया गया) के परीक्षण के दौरान इसमें यात्रा की थी. वह 38 साल के करियर के बाद 31 दिसंबर 2018 को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई के महाप्रबंधक के पद से रिटायर हुए थे.

ये भी पढ़ें: दिसंबर से दौड़ने लगेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया कन्फर्म

ArbindKumar Mishra
ArbindKumar Mishra
मुख्यधारा की पत्रकारिता में 14 वर्षों से ज्यादा का अनुभव. खेल जगत में मेरी रुचि है. वैसे, मैं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खबरों पर काम करता हूं. झारखंड की संस्कृति में भी मेरी गहरी रुचि है. मैं पिछले 14 वर्षों से प्रभातखबर.कॉम के लिए काम कर रहा हूं. इस दौरान मुझे डिजिटल मीडिया में काम करने का काफी अनुभव प्राप्त हुआ है. फिलहाल मैं बतौर शिफ्ट इंचार्ज कार्यरत हूं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel