Rohtak Basketball Pole Fell: रोहतक में राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी (16) की कोर्ट में अभ्यास के दौरान छाती पर बास्केटबॉल हूप का लोहे का खंभा गिर जाने से मौत हो गई, वहीं पड़ोसी झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में 15 साल का अमन ऐसी ही एक घटना में घायल हो गया और उसकी मृत्यु हो गई.
विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला, सीएम ने क्या कहा?
विपक्षी दलों ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और राज्य में खेल ढांचा चरमराने का आरोप लगाया. वहीं, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मीडिया से कहा कि वह पहले मामलों से जुड़ी सभी जानकारियां लेंगे, तब कोई टिप्पणी करेंगे.
हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को रोहतक में घटी यह दुखद घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. इस फुटेज में सब-जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग ले चुके हार्दिक को हूप तक पहुंचने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है. हूप से लटकने के ऐसे ही एक प्रयास में उसके ऊपर खंभा गिर गया. लखन माजरा गांव में कोर्ट के पास खेल रहे अन्य खिलाड़ियों ने हार्दिक को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मृत्यु हो गई.
हमारे सारे सपने टूट गए, बेटे की मौत पर छलका पिता संदीप राठी का दर्द
नेशनल लेवल के बास्केटबॉल प्लेयर की मौत पर, उसके पिता संदीप राठी ने कहा, मेरा सपना था कि वह इंडिया के लिए खेले और मुझे गर्व महसूस कराए. वह 2026 में इंडिया के लिए खेलने की तैयारी कर रहा था. मेरे दो बच्चे हैं. दोनों बास्केटबॉल खेलते हैं. जब वह छोटा था तो मैं एक रिंग घर लाया था, और उसने बास्केटबॉल खेलना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे, दोनों भाई खेलने लगे. इस घटना के लिए एडमिनिस्ट्रेशन जिम्मेदार है. उन्होंने इंतजामों का ध्यान नहीं रखा. CM को ऐसे मामलों को देखना चाहिए ताकि हम टैलेंटेड प्लेयर्स को न खोएं. मैं CM से रिक्वेस्ट करता हूं कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सही एक्शन लें. मेरे बड़े सपने थे. मैंने वादा किया था कि मुझे एक लग्जरी लाइफ देंगे. वह बहुत डेडिकेटेड था. वह अकेले प्रैक्टिस भी करता था. हमारे सारे सपने टूट गए. हमारा बेटा चला गया, लेकिन मुझे उम्मीद है कि अब किसी और के साथ ऐसा न हो.
भाई की मौत पर खड़क सिंह ने सरकार और खेल विभाग पर लगाया आरोप
अपने भाई की मौत के लिए खेल विभाग और सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए खड़क सिंह ने कहा कि हार्दिक ने कभी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं छोड़ी और उसका सपना एक दिन भारतीय बास्केटबॉल की टीम का नेतृत्व करना था.
बास्केटबॉल प्लेयर के दादा ने क्या कहा?
16 साल के नेशनल लेवल के बास्केटबॉल प्लेयर की मौत पर, उसके दादा गुलाब सिंह ने कहा, रिपेयर के काम के लिए 2023 में ग्रांट मिली थी. लेकिन वे रिपेयर के काम में देरी करते रहे. वह चार बार नेशनल लेवल पर खेला था. उसने बहुत मेहनत की थी. वह एक डेडिकेटेड प्लेयर था. पोल जमीन से कुछ सेंटीमीटर नीचे डैमेज हो गया था. वह दिख नहीं रहा था. पेंट की वजह से जंग नहीं दिख रही थी. 11 लाख रुपये की ग्रांट मिली थी, लेकिन कोई काम नहीं हुआ. इस घटना के लिए एडमिनिस्ट्रेशन जिम्मेदार है. हम नहीं कह सकते, लेकिन सरकार जानती है कि किसके खिलाफ एक्शन लेना है… एडमिनिस्ट्रेशन जिम्मेदार है.

