कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अपने वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने का फैसला किया है. कांग्रेस ने 13 मार्च से आरम्भ हो रहे बजट सत्र के दूसरे चरण से दो दिन पहले ये नियुक्तियां की हैं.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने दोनों की नियुक्ती के बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में पार्टी का उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने को स्वीकृति दी. इन नियुक्तियों के बारे में राज्यसभा के सभापति (जगदीप धनखड़) को सूचित किया गया.
आनंद शर्मा का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद से उपनेता का पद था खाली
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही उच्च सदन में पार्टी के नेता यानी नेता प्रतिपक्ष हैं. रमेश मुख्य सचेतक की भूमिका निभाते हैं. पिछले साल की शुरुआत में आनंद शर्मा का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद से सदन में पार्टी का कोई उपनेता नहीं था.
उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं प्रमोद तिवारी
उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले प्रमोद तिवारी राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं. प्रमोद तिवारी ने बीएससी और एलएलबी है. रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने रिकॉर्ड जीत दर्ज की. उन्होंने अब तक हुए 12 चुनावों में 10 बार कब्जा जमाया. वर्ष 1980 में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इस सीट पर पहली बार जीत का झंडा गाड़ा था. उसके बाद से कांग्रेस ने आज तक किसी दल को खाता नहीं खोलने दिया.
कौन हैं रजनी पाटिल
महाराष्ट्र से संबंध रखने वाली रजनी पाटिल अपने ही प्रदेश से उच्च सदन की सदस्य हैं. वह जम्मू-कश्मीर की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रभारी भी हैं. शानदार काम को देखते हुए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी दिया गया. उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र आयोग के 49वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया.