Operation Shield : नागरिक सुरक्षा सुदृढ़ करने एवं इसका आकलन करने के लिए ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत ‘मॉक ड्रिल’ और ‘ब्लैक आउट’ आज होना है. पाकिस्तान से सटे राज्यों में होने वाली मॉक ड्रिल ने पड़ोसी देश में हलचल मचा दी है। भारत की इस तैयारी को लेकर पाकिस्तान के मीडिया चैनलों पर खलबली मची हुई है. वहां के वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सैन्य अधिकारी इस मॉक ड्रिल को भारत के संभावित बड़े एक्शन से जोड़कर देख रहे हैं. कुछ तो एटमी हमले तक की आशंका जताते नजर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के हालिया बयान और मॉक ड्रिल की टाइमिंग ने पाकिस्तान को और बेचैन कर दिया है.
कहां होगा मॉकड्रिल?
पाकिस्तान से सटे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में मॉक ड्रिल की तैयारी करीब पूरी हो चुकी है. मॉक ड्रिल की खबर से आतंकी संगठनों में हड़कंप मच गया है और पाकिस्तान के न्यूज चैनलों पर लगातार बहस देखने को मिल रही है. चैनलों पर एक ही सवाल गूंज रहा है—क्या भारत फिर से कोई बड़ा एक्शन लेने वाला है? ऐसा इसलिए क्योंकि पिछली बार भी मॉक ड्रिल से ठीक पहले पीओके में आतंकियों के ठिकानों को टारगेट किया गया था. ऐसे में पाकिस्तान में डर हर तरफ साफ नजर आ रहा है.
मॉकड्रिल को लेकर उच्च अधिकारियों की बैठक
राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने सायरन सिस्टम को दुरुस्त रखने व ‘प्रतिक्रिया’ समय को न्यूनतम करने को कहा. आधिकारिक बयान के अनुसार, पंत ने कहा कि अधिकारी सभी संचार माध्यमों एवं सायरन सिस्टम को दुरुस्त करने पर जोर दें. नागरिक सुरक्षा निदेशालय के निदेशक जगजीत सिंह मोंगा ने मॉकड्रिल के दौरान वायुसेना, डॉक्टरी सुविधा, स्थानीय निकाय, गृह रक्षा, ऊर्जा, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन की भूमिका के बारे में अलर्ट रहने की बात की.
आज की रात पाकिस्तान के लिए बेचैनी भरी होगी, ऐसा इसलिए क्योंकि 6-7 मई की रात हुए आतंक के सफाए की यादें अब भी आतंकियों के जेहन में ताजा हैं. हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकी जिंदा हैं और फिर से मॉकड्रिल का ऐलान हो चुका है. बस कुछ ही घंटे बाकी हैं.