Omicron Coronavirus LIVE Updates: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि नहीं खत्म हो सकता कोरोना वायरस. देश में कोरोना की कहर, महाराष्ट्र में डरा रहे हैं आंकड़े. संक्रमितों की संख्या 39,207 से भी ज्यादा. मंगलवार को 53 लोगों की हुई मौत.
देश में अब तक कोरोना टीके की 159.54 करोड़ से अधिक खुराक दी गयी है. यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गयी है.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि, दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी से घटकर 22 से 23 फीसदी पर आ गयी है. उन्होंने बताया कि, देश की तुलना में दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग तीन गुणा से ज्यादा हो रही है. यहां पर्याप्त संख्या में बेड भी उपलब्ध है. वहीं कोरोना को लेकर अभी दिल्ली में प्रतिबंध जारी रहेगा. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कहा है कि अभी ढील देने का वक्त नहीं.
देश में कोरोना के मामले एक दिन बाद फिर बढ़ गए हैं. मंगलवार को संक्रमितों की संख्या में जोरदार उछाल आया है. पिछले 24 घंटे कोरोना के 2.82 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. सोमवार की तुलना में मंगलवार को कर्नाटक में 14 हजार से ज्यादा नये केस सामने आये हैं. वहीं, महाराष्ट्र में मंगलवार को सोमवार की तुलना में 8 हजार से ज्यादा नये मामले सामने आये है.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर चल रही है. हर दिन दो लाख से ज्यादा संक्रमितों की संख्या सामने आ रही है. सबसे बुरा हाल महाराष्ट्र का है. बीते दिन मंगलवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के 39,207 केस आज सामने आये. वहीं, 53 लोगों की कोरोना से मौत हो गई. आज मुंबई में भी कोरोना संक्रमण के अधिक मामले दर्ज किए गए.
झारखंड में कोरोना के मामलों में कमी आयी है. राज्य में पिछले चार दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो पाते हैं कि 15 जनवरी को नये संक्रमित 3,258 मिले, जबकि 3,351 स्वस्थ हुए. 16 जनवरी को 2,776 नये संक्रमित मिले, जबकि कोरोना को 4,114 लोगों ने मात दी. वहीं 17 जनवरी को 2,499 नये संक्रमित मिले और 4,266 स्वस्थ हुए. 18 जनवरी को 2514 नये संक्रमित मिले और 3898 स्वस्थ हुए.
झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर में ओमिक्रोन की पुष्टि के बाद अब जो आंकड़े आ रहे हैं उससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि यहां तीसरी लहर अब ढलान पर है. आंकड़ों के हिसाब से पीक संभवत: गुजर गया है. हालांकि विशेषज्ञ बता रहे हैं कि स्थिति पूरी तरह साफ होने में एक और सप्ताह लगेगा. स्वस्थ होनेवालों का ग्राफ अचानक बढ़ने और नये संक्रमितों की तुलना में ठीक होनेवालों की संख्या दोगुनी होने को बेहतर संकेत माना जा रहा है.