Murshidabad Violence : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. धूलिया, शमशेरगंज और सुती जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में हिंसा के बाद हालात बहुत खराब हो गए. सड़कों पर जली गाड़ियां, लूटे गए मॉल और टूटी फार्मेसियां तबाही का मंजर दिखा रहे हैं. रविवार को इलाके में सन्नाटा पसरा रहा, दुकानें बंद रहीं और लोग घर के अंदर ही रहे.हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बल लगातार गश्त कर रहे हैं.
उपद्रवियों ने पिता-पुत्र की हत्या की
शमशेरगंज के जाफराबाद में शनिवार को उपद्रवियों ने पिता-पुत्र की हत्या कर दी थी. उस घर में जब सुरक्षा बलों और मीडिया कर्मियों ने प्रवेश किया तो परिवार के लोग डरे हुए थे. पड़ोसी मौन साधे खड़े रहे. पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बताया, ‘‘उन्हें (पिता-पुत्र को)घर से घसीट कर बाहर निकाला गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई. हमलावरों ने उत्पात मचाया और फर्नीचर तोड़ दिया. खाना पकाने के बर्तन घर के बाहर फेंक दिए. हम अब भी बाहर जाने से बहुत डरते हैं.’’ धुलियान के 80 वर्षीय एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘वे आए और हमारे घरों पर हमला किया. उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन वक्फ (संशोधन) अधिनियम के पारित होने के खिलाफ था. मेरा वक्फ से कोई लेना-देना नहीं है.’’
अब तक 150 लोग गिरफ्तार
पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है. सामान्य स्थिति बहाल होने तक सुरक्षा बल सतर्क हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल जिले में कहीं से भी हिंसा की कोई नई घटना की सूचना नहीं मिली है. एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है. रातभर छापेमारी जारी रही. 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.’’ उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.

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मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार को हुए विरोध के दौरान कई इलाकों में भड़की हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आग लगा दी, सुरक्षा बलों पर पथराव किया और सड़कें जाम कर दी। शनिवार को भी कुछ जगहों से हिंसा की खबर आईं. पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को सुती के सजुर मोड़ पर हुई झड़पों के दौरान गोली लगने के बाद घायल हुए 21 वर्षीय एजाज मोमिन की शनिवार को मौत हो गई. शुक्रवार को हुई हिंसा में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए. शनिवार रात शमशेरगंज पहुंचे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात का जायजा लिया.