महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने 20 फरवरी को किसान नेता राकेश टिकैत के महापंचायत आयोजन को अनुमति देने से इनकार कर दिया. संयुक्त किसान मोरचा इजाजत ना मिलने के बाद भी आयोजन करने की रणनीति बना रहा है. संयुक्त किसान मोरचा ने कहा, अगर हमारे नेताओं को रोका गया तो हम विरोध करेंगे, धरना प्रदर्शन करेंगे.
यवतमाल जिला में प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कई तरह की रोक लगायी है. प्रशासन ने किसी भी तरह की सभा और बड़े आयोजन पर रोक लगा रखी है. इन इलाकों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है. अगर ऐसे में यह आयोजन होता है तो सरकार की परेशानी बढ़ सकती है.
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बोर्डर पर किसान लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में राकेश टिकैत ने यवतमाल के आजाद मैदान में जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम बनाया था.
इसी कार्यक्रम की इजाजत देने से प्रशासन ने इनकार कर दिया हालांकि इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से दोबारा अपील की गयी है जिसे लेकर अबतक कोई जवाब नहीं दिया गया है. राकेश टिकैत के किसान संगठन से जुड़े नेताओं ने कहा, यवतमाल में हम लोग कल महापंचायत करने पर अडिग हैं.