हिमाचल प्रदेश के विधानसभा से बड़ी खबर आ रही है. जानकारी के अनुसार आज सुबह धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधान सभा के मुख्य द्वार और दीवार पर खालिस्तान के झंडे बंधे मिले. इसके बाद प्रशासन सकते में आ गया. मामले को लेकर खुशाल शर्मा (SP कांगड़ा) ने बताया कि यह घटना देर रात या सुबह की हो सकती है. हमने विधानसभा गेट से खालिस्तान के झंडे हटा दिये हैं.
पहले जांच की जाएगी: धर्मशाला SDM शिल्पी बेक्टा
धर्मशाला SDM शिल्पी बेक्टा ने मामले को लेकर कहा कि हमें हिमाचल विधानसभा की दीवारों पर झंडे लगे होने की सूचना मिली. यहां पुलिस अधिकारी पहले ही मौजूद थे. मामले में प्राथमिकी जांच शुरू कर दी गई है. हम हिमाचल सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज़ करेंगे. पहले जांच की जा रही है. उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
SP कांगड़ा खुशाल शर्मा ने क्या कहा
SP कांगड़ा खुशाल शर्मा ने आगे कहा कि यह पंजाब के कुछ पर्यटकों की हरकत हो सकती है. मामले को लेकर हम आज केस दर्ज़ कर रहे हैं. इसकी जांच की जा रही है. यहां चर्चा कर दें कि पिछले दिनों हरियाणा के करनाल से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था. इनके खालिस्तानियों से संबंध होने की खबर आयी थी. गिरफ्तार लोगों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किये गये थे.
भाजपा सरकार पूरी तरह फेल : मनीष सिसोदिया
इधर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा है कि पूरी भाजपा एक गुंडे को बचाने में लगी है और उधर ख़ालिस्तानी झंडे लगाकर चले गये. जो सरकार विधान सभा ना बचा पाए, वो जनता को कैसे बचा पाएगी. ये हिमाचल की आबरू का मामला है, देश की सुरक्षा का मामला है. भाजपा सरकार पूरी तरह फेल हो गयी.

करनाल से चार गिरफ्तार
हरियाणा के करनाल में चार संदिग्ध आतंकियों के पकड़े जाने के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है. हरियाणा के करनाल में पिछले गुरुवार को विस्फोटक की आपूर्ति के लिए तेलंगाना जा रहे पाकिस्तान से जुड़े चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद जो बड़ी खबर आयी उसके अनुसार इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) भारत में खालिस्तान आंदोलन के विस्तार का प्रयास कर रहा है. इस संबंध में न्यूज18 ने अपने वेबसाइट पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है.
ISI भारत के अन्य हिस्सों में खालिस्तान आंदोलन का विस्तार के फेर में
वेबसाइट की रिपोर्ट पर नजर डालें तो इसमे कहा गया है कि खुफिया नोट से पता चला है कि ISI भारत के अन्य हिस्सों में खालिस्तान आंदोलन का विस्तार करने का प्रयास कर रहा है. ISI के नये प्रमुख नदीम अंजुम भारत में अशांति फैलाने के लिए सिख अलगाववादियों पर फोकस कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अंजुम ने रंजीत सिंह नीता और वाधवा सिंह बब्बर सहित सभी खालिस्तानी नेताओं से लाहौर में कहा है कि भारत में हथियारों बांटने के लिए पंजाब के गैंगस्टर का सहारा लें और उन्हें संगठित करने का काम करें.