17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Indian Railways News: 35 रुपये के लिए 5 साल चला केस, अब 2.98 लाख लोगों को इतने रुपये लौटायेगा रेलवे

कोटा के रहने वाले इंजीनियर सुरजीत स्वामी ने सूचना का अधिकार आवेदन के तहत उन्हें मिले जवाब के हवाले से बताया कि रेलवे ने आईआरसीटीसी (IRCTC) के 2.98 लाख उपयोगकर्ताओं को 2.43 करोड़ रुपये वापस करने की मंजूरी दी है.

कोटा के एक व्यक्ति ने रेलवे से 35 रुपये वापस पाने के लिए पांच साल तक लड़ाई लड़ी और अंतत: जीत हासिल की. उनकी इस जीत से करीब तीन लाख लोगों को भी फायदा हुआ. कोटा के रहने वाले इंजीनियर सुरजीत स्वामी ने सूचना का अधिकार (RTI) आवेदन के तहत उन्हें मिले जवाब के हवाले से बताया कि रेलवे ने आईआरसीटीसी (IRCTC) के 2.98 लाख यात्रियों को 2.43 करोड़ रुपये वापस करने की मंजूरी दी है.

Also Read: Shri Ramayana Yatra: IRCTC कराएगी भगवान राम से जुड़े स्थलों की सैर, टिकट बुकिंग समेत पूरी डिटेल जानें
RTI दायर कर युवक ने मांगा जवाब

स्वामी ने कहा कि उन्होंने सेवा कर के तौर पर वसूले गए 35 रुपये वापस पाने के लिए आरटीआई के तहत करीब 50 आवेदन दायर किए और चार सरकारी विभागों को पत्र लिखे. रेलवे ने जीएसटी (GST) व्यवस्था लागू होने से पहले टिकट रद्द कराने के बावजूद सेवा कर वसूल लिया था. स्वामी ने दावा किया कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC)ने उनके आरटीआई आवेदन के जवाब में कहा कि 2.98 लाख उपयोगकर्ताओं को प्रत्येक टिकट पर 35 रुपये वापस मिलेंगे जो कुल 2.43 करोड़ रुपये होते हैं.

जीएसटी के नाम पर रेलवे ने काटे पैसे

सुरजीत स्वामी ने पीटीआई भाषा से कहा, पैसे वापसी की मांग को लेकर मैंने बार-बार ट्वीट किए, मैंने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, जीएसटी परिषद और वित्त मंत्री को टैग किया जिसने 2.98 लाख उपयोगकर्ताओं को 35-35 रुपये वापस दिलाने में अहम भूमिका निभाई.

युवक ने 2017 में टिकट किया था बुक

उन्होंने बताया कि वे दो जुलाई 2017 को यात्रा करने के लिए उस साल अप्रैल में स्वर्ण मंदिर मेल में यहां से दिल्ली तक का रेलवे टिकट बुक किया था. देश भर में एक जुलाई से ‘जीएसटी’ की नयी व्यवस्था लागू हो गई थी. हालांकि, उन्होंने टिकट रद्द कर दिया था, जिसकी कीमत 765 रुपये थी और उन्हें 100 रुपये की कटौती के साथ 665 रुपये वापस मिले जबकि उनके 65 रुपये कटने चाहिए थे.उन्होंने कहा कि उनसे सेवा कर के रूप में 35 रुपये की अतिरिक्त राशि वसूल की गई, हालांकि उन्होंने माल और सेवा कर लागू होने से पहले टिकट रद्द करा दिया था.

IRCTC ने 35 की जगह 33 रुपये किए वापस

स्वामी ने रेलवे और वित्त मंत्रालय को आरटीआई आवेदन भेजकर 35 रुपये वापस लेने की अपनी लड़ाई शुरू की. आरटीआई आवेदन के जवाब में आईआरसीटीसी ने कहा था, 35 रुपये वापस कर दिए जाएंगे. स्वामी ने कहा कि उन्हें एक मई 2019 को 33 रुपये वापस मिले और दो रुपये की कटौती की गई. इसके बाद स्वामी ने अगले तीन साल तक दो रुपये वापस लेने की लड़ाई लड़ी और पिछले शुक्रवार को उन्हें कामयाबी मिली और उन्हें दो रुपये भी वापस मिल गए.

3 लाख लोगों को वापस मिलेगा पैसा

स्वामी के मुताबिक, आईआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें सूचित किया, रेलवे बोर्ड ने सभी उपयोगकर्ताओं (2.98 लाख) को 35 रुपये वापस करने की मंजूरी दे दी है और पैसा जमा करने की प्रक्रिया चल रही है. सभी यात्रियों को अब उनका पैसा वापस मिल जाएगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें