जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए दर्दनाक हादसे में आतंकियों ने बेगुनाह पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मौत के घाट उतार दिया था. आतंकी हमले के बाद से देश भर में काफी आक्रोश है. वहीं, सरकार ने कड़ा फैसला लेते हुए भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे और मरीजों को 90 घंटे की मोहलत देकर वापस भारत छोड़ने का आदेश जारी करदिया है. भारत ने सभी तरह के वीजा को रद्द कर दिया है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद से कई पाकिस्तानी परिवार फंस गए हैं. किसी का भाई है तो किसी का पति है, वीजा रद्द होने के बाद फंसे पाकिस्तानियों की चिंता अब उनके परिवारों को सताने लगी है.
उत्तर प्रदेश में लगभग 1500 पाकिस्तानी निवासी नागरिकों पर भारत सरकार की करवाई शुरू हो गई है. राज्य के विभिन्न जिलों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस पाकिस्तान का रास्ता दिखाया जा रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में करीब 118 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है, जिसमें मां-बेटी समेत 32 को अटारी बॉर्डर के रास्ते से उन्हें अपने मुल्क पाकिस्तान वापस भेज दिया गया है. सहारनपुर में विजिटर वीजा लेकर 18 पाकिस्तानी नागरिक भारत आए हुए थे. जिनमें से 12 पाकिस्तानी नागरिकों को गुरुवार को अटारी बॉर्डर के रास्ते वापस भेज दिया गया है. बाकी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है.18 पाकिस्तानी नागरिक भारतीयों से विवाह कर चुके हैं और लंबे समय से यहां रह रहे थे. अब सभी वापस पाकिस्तान लौटने की प्रक्रिया के तहत पुलिस के पास पहुंच रहे हैं.जिनमें कुछ महिलाएं हैं और वह फूट फूट कर रो रहीं थी और अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ रहीं थी जिसके बाद उन्हें समझाया गया कि माहौल शांतिपूर्ण होने के बाद उन्हें वापस बुला लिया जाएगा.