Chamoli Rescue Update: उत्तराखंड के चमोली में माणा गांव के 55 से अधिक मजदूर हिमस्खलन के कारण फंसे हुए थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना द्वारा तीन दिनों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. चीता हेलिकॉप्टर्स बचाव अभियान द्वारा अभी तक 50 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है. बाकी बचे 4 मजदूरों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. इस रेस्क्यू मिशन में सेना के 4 हेलिकॉप्टर्स और ITBP, BRO, SDRF, के साथ NDRF के 200 से अधिक जवान शामिल हैं.
चमोली के जिला अधिकारी ने जानकारी देते हुए यह बताया कि माणा के एवलांच में 55 मजदूर नहीं, बल्कि 54 मजदूर फंसे हुए थे. उनमें से एक मजदूर पहले ही बिना अपने अधिकारी को बताए छुट्टी लेकर घर चला गया था. जिला अधिकारी ने यह जानकारी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने के बाद मिली सूचना के आधार पर दिया है.
रेस्क्यू में जुटे 200 से अधिक जवानों ने लगातार 18 घंटों तक रेस्क्यू मिशन चलाकर 50 लोगों को अभी तक निकाला है. जिनमें से 46 मजदूर सुरक्षित हैं, लेकिन दुर्भाग्य से 4 मजदूरों की ठंड से मौत हो गई है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सक्रिय रूप से जवानों के संपर्क में हैं और वहां के हालात की हर एक अपडेट ले रहे हैं. लापता 4 लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश अनुसार एक स्पेशलाइज्ड SDRF की टीम को कैमरा और अन्य हाईटेक उपकरणों से लैस हेलिकॉप्टर से साथ बचाव कार्य के लिए भेजा जा रहा है.
बचाव कार्य के लिए देहरादून से सेना के 6 हेलिकॉप्ट शनिवार की सुबह माणा के जोशीमठ में भेजे पहुंचे थे. इसके साथ ही आईटीबीपी ने भी हाई एल्टिट्यूड रेस्क्यू टीम को माणा भेजा है. पीआरओ रक्षा देहरादून लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया है कि ‘आइबेक्स ब्रिगेड’ के नेतृत्व में यह मिशन चलाया जा रहा है. इसमें भारतीय सेना विमान के तीन हेलिकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के दो चीता हेलिकॉप्टर और एक नागरिक हेलिकॉप्टर शामिल है.