Airport: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने उत्तरी और पूर्वी भारत के 32 एयरपोर्ट को 14 मई तक के लिए अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा कि 31 एयरपोर्ट से सिविल उड़ान को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है. इस बीच देश के प्रमुख हवाई अड्डों की सुरक्षा को और पुख्ता करने का निर्देश केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआईएसएफ) को दिया गया है. शनिवार को सीआईएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि देश के 69 हवाई अड्डों पर कार्गो परिचालन और बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम को आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत और सख्त बनाया गया है. अब कार्गो स्क्रीनिंग और बैगेज स्क्रीनिंग बेहद सख्त तरीके से होगी.
यह कदम नागर उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) द्वारा जारी निर्देश को देखते हुए उठाया गया है. पहलगाम में आतंकवादी हमले और उसके बाद देश में उत्पन्न सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए सीआईएसएफ का कवर अस्थायी तौर पर बढ़ाया गया है. जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच आतंकी संगठन एयरपोर्ट पर हमला कर सकते हैं. इसे देखते हुए सुरक्षा के लेयर को बढ़ाने का निर्णय सरकार ने लिया है. ताकि किसी संभावित आतंकी हमले को समय रहते विफल किया जा सके.
अब कार्गो की निगरानी भी करेगी सीआईएसएफ
नयी व्यवस्था 18 मई तक लागू रहेगी. मौजूदा समय में सीआईएसएफ यात्रियों और विमान में ले जाने वाले उनके सामान की तलाशी लेती है. कार्गो और इन-लाइन होल्ड बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम की जांच एयरलाइंस और एयरपोर्ट ऑपरेटर द्वारा नियुक्त निजी सुरक्षा कर्मी करते हैं. नयी व्यवस्था के तहत अब सभी नागरिक हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीआईएसएफ को अधिकार दिया गया है और इसकी निगरानी शुरू कर दी गयी है. गौरतलब है कि देश के प्रमुख संस्थानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ करती है. मौजूदा हालात में सीआईएसएफ को अतिरिक्त अधिकार दिया गया है. इसका मकसद एयरपोर्ट की सुरक्षा को फुल-प्रूफ करना है. पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय हर स्तर पर सुरक्षा को पुख्ता करने में जुटा हुआ है.