भारत की सबसे बड़ी एरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी, ‘एरो इंडिया’ का 14वां संस्करण शुरू हो चुका है. जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. बेंगलुरु के बाहरी इलाके में वायुसेना के यालहंका सैन्य अड्डे के परिसर में पांच-दिवसीय इस प्रदर्शनी में 809 रक्षा कंपनियों के अलावा 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे है. इस एरो शो में पहली बार दो अमेरिकी F-35 लड़ाकू विमान शामिल हुए. अमेरिकी दल में F-16 और F-18 फाइटर जेट भी शामिल हैं.
एफ-35 का इंजन 43,000 पाउंड का
अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास, चेन्नई ने सोमवार को एक बयान में कहा कि अमेरिका के उताह में हिल वायुसैनिक अड्डे से यात्रा के बाद, एफ-35ए लाइटनिंग टू प्रदर्शन टीम अपनी हवाई क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी. बयान में कहा गया है कि अलास्का के ईल्सन वायुसैनिक अड्डे से आए एफ-35ए लाइटनिंग टू को प्रदर्शन के लिये रखा गया. इसमें कहा गया कि एफ-35 का इंजन 43,000 पाउंड का प्रतिक्रिया बल (थ्रस्ट) पैदा करता है.
एफ-35 लड़ाकू विमान की खासियत
एफ-35 लड़ाकू विमान की सबसे बड़ी खासियत है कि यह किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है. युनाइटेड स्टेट्स एयर फोर्स (यूएसएफ) के नवीनतम पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान - द स्टील्थी, सुपरसोनिक, मल्टी-रोल एफ-35ए लाइटनिंग टू और एफ-35ए ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर युद्ध में विभिन्न भूमिकाओं में अहम साबित हो सकता है.
एफ 35 लड़ाकू विमान को खास तरीके से तैयार किया गया है. यह ग्राउंड अटैक के अलावा हवा में भी दुश्मन पर वार करने की क्षमता रखता है.
एफ 35 लड़ाकू विमान की सबसे बड़ी खासियत है कि यह दुश्मन के रडार पर नहीं आता है. इसकी वजह से इसका आकार और फाइबर मैट. इस लड़ाकू विमान में मशीनगन के साथ-साथ हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल भी लगी हैं.
एफ 35 लड़ाकू विमान 1930 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. इसकी कीमत करीब 31 करोड़ रुपये बताये जा रहे हैं. यह अपने साथ 910 किलो के छह बम ले जाने में सक्षम है.