कौआकोल़
प्रखंड के जेपी आश्रम परिसर स्थित राजेंद्र भवन में बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र और ग्राम निर्माण मंडल नवादा के बैनर तले प्राकृतिक खेती परियोजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम सह किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम निर्माण मंडल के प्रधानमंत्री अरविंद कुमार और केवीके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ जयवंत कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. अरविंद कुमार ने कहा कि किसान भाई रासायनिक उर्वरकों का कम से कम प्रयोग करें और तरल खाद सहित प्राकृतिक तरीकों को अपनाएं. इससे धरती माता को बीमार होने से बचाया जा सकता है. वहीं डॉ. जयवंत कुमार सिंह ने बीजामृत और घनमृत की तैयारी, प्रयोग की विधि और उनके लाभों की जानकारी विस्तार से दी. मौसम वैज्ञानिक रोशन कुमार ने कहा कि प्राकृतिक खेती से कृषि लागत में भारी कमी लायी जा सकती है और यह कई फसलों के लिए लाभकारी है. इस अवसर पर कौआकोल प्रखंड के दुर्गम क्षेत्र दनियां, रानीगदर, झरनवां, करमाटांड़, भिखोमोह, रजवरिया और चड़रा से आये किसान शामिल हुए. कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रविकांत चौबे, शशांक शेखर सिंह, सुमिताप रंजन, अनिल कुमार, विकास कुमार और धीरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

