नयी दिल्ली : फिल्म अभिनेता एवं भाजपा सांसद परेश रावल द्वारा लेखिका अरुंधति राय के बारे में की गयी ताजा टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि देश में असहमति के अधिकार को छीना जा रहा है. परेश रावल ने सुरक्षा बलों द्वारा पथराव करनेवाली भीड़ से निबटने के लिए इसी भीड़ में शामिल एक व्यक्ति को ढाल बनाये जाने की घटना की ओर संकेत करते हुए कहा कि सेना की जीप में पथराव करनेवाले की जगह अरुंधति राय को बांधा जाना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने परेश रावल की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर कहा, ‘‘यह मामला इस बात का नहीं है कि किसी ने किसी अन्य के बारे में क्या कहा. मुझ सहित कई लोग अरुंधति राय की बहुत सारी बातों से सहमत नहीं हैं. बिल्कुल सहमत नहीं हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘वाल्टेयर की कहावत है कि जब मैं आपसे बुरी तरह से असहमत हूं, तब आप खड़े होकर यह कहें कि मैं आपके असहमत होने के अधिकार का समर्थन करता हूं.’ लेकिन ‘‘आज भारत से असहमति के इस अधिकार को खत्म किया जा रहा है. परोक्ष रूप से कम प्रत्यक्ष रूप से ज्यादा.’
उन्होंने कहा कि जब तक इस बात को नहीं समझा जायेगा, वर्ष प्रति वर्ष भारत की परिभाषा परिवर्तित होती रहेगी और विश्व के सबसे बड़े गणतंत्र का माथा शर्म से झुकने लगेगा.