लखनऊ/नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में भारत-नेपाल सीमा से हिज्बुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है, जो अधिकारियों के मुताबिक आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देश में आने की फिराक में था. जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के बनिहाल के रहनेवाले नसीर अहमद उर्फ सादिक (34 वर्ष) को शनिवार की शाम सनौली सीमा चौकी से गिरफ्तार किया गया. सशस्त्र सीमा बल ने बताया कि सादिक शॉल और कालीन विक्रेता के रूप में नेपाल से भारत में घुसने की फिराक में था.
एसएसबी के अनुसार, उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है और पड़ोसी देश में पंजाब प्रांत के गुजरात जिले के लाला मूसा गांव का पहचान पत्र है. अहमद को आगे पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश एटीएस के सुपुर्द कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, अहमद 2002-03 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और पाकिस्तान चला गया. वह कई आतंकी गतिविधियों में शामिल था. वर्ष 2002 में उसे बनिहाल में सेना के साथ मुठभेड़ में गोली लग गयी थी, जिससे वह जख्मी हो गया था.
एसएसबी के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘अहमद सितंबर, 2003 से पाकिस्तान में रह रहा था. वह नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमलों के कई मामलों में शामिल था, जिनमें 2003 में भारत में एसटीएफ के एक शिविर पर हमला शामिल है.’ उन्होंने कहा, ‘‘उसे उसके आकाओं ने एक विशेष मिशन के लिए भारत भेजा था.’ जब सनौली में एसएसबी के जवानों ने उससे पहचान पत्र मांगा, तो वह कोई कागज नहीं दिखा सका. एसएसबी ने आतंकवादी से शुरुआती पूछताछ के आधार पर कहा कि अहमद और उसका साथी मोहम्मद शफी 10 मई को पाकिस्तान के फैसलाबाद से शारजाह के रास्ते काठमांडू पहुंचे. शफी काठमांडू में उससे अलग हो गया.