नयी दिल्लीः इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी के आरोपों पर गंभीर चुनाव आयोग ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में कड़ा रुख अपनाया. आयोग ने इवीएम की सुरक्षा को चुनौती देनेवाले लोगों को चैलेंज किया कि वे रविवार को आयें और आयोग की मशीन को हैक करके दिखायें.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयोग इवीएम से मतदान का विरोध कर रही पार्टियों को रविवार (14 मई, 2017) को फिर बुलाया है. इनसे कहा गया है कि वे आकर इवीएम में गड़बड़ी करने के अपने दावे को साबित करें. इससे पहले चुनाव आयोग ने बैठक में अपनी ओर से इवीएम के सुरक्षा फीचर्स के बारे में जानकारी दी.
आयोग के चैलेंज के तहत राजनीतिक दलों को दो से तीन स्तर में यह साबित करना होगा कि इवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है.
इसके अलावा निर्वाचन आयोग चुनाव में धन के इस्तेमाल को संज्ञेय अपराध की श्रेणी में लाने और आरोप तय होने पर अयोग्य ठहराने जैसे मुद्दे पर राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की.
ये थे बैठक के पांच प्रमुख मुद्दे
- चुनाव में रिश्वतखोरी को सजावाले अपराध की श्रेणी में लाया जाये
- मतदाताओं को पैसे देकर वोट खरीदने के मामले में नया कानून बने
- चुनाव में रिश्वतखोरी का दोषी पाये जाने पर उम्मीदवारी रद्द कर दिया जाये
- राजनीतिक पार्टियों को मिलनेवाले चंदे में और ज्यादा पारदर्शिता कैसे लायें
- इवीएम के साथ वीवीपैट को जोड़ कर मतदान में पारदर्शिता बढ़ायी जाये