नयी दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनावों में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में एक तूफान उठा था. उसतूफान को शांत करने और पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास को मनाने के लिए पार्टी ने कुमार का विरोध करनेवाले विधायक अमानतुल्लाह को पार्टी से सस्पेंड कर दिया था. लेकिन, यह महज पार्टी में मचे घमासान को थामने की अरविंद केजरीवाल की एक चाल थी.
‘आप’ के नेता कुमार विश्वास बोले : सर्जिकल स्ट्राइक पर मोदी को निशाना बनाया, इसलिए हारे
खबर है कि आम आदमी पार्टी में अमानतुल्लाह का कद बढ़ा दिया गया है. वहीं, कुमार विश्वास के समर्थकों के पर कतरने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. कुमार का समर्थन करनेवाले विधायकों की महत्वपूर्ण कमेटियों से छुट्टी की जा रही है. पांच मई,2017 को विधानसभा ने अलग-अलग कमेटियों के सदस्य और चेयरमैन के नाम की घोषणा की.इसमेंभावना गौड़, सोमनाथ भारती और अलका लांबा जैसे विधायकों का कद घटा दिया गया है. ये सभी कुमार विश्वास के करीबी माने जाते हैं.
कुमार विश्वास : भाजपा के एजेंट या अरविंद केजरीवाल के छोटे भाई!
विधानसभा केदस्तावेज बताते हैं कि विधानसभा ने नियम कमेटी से अलका लाबा, भावना गौड़, सोमनाथ भारती को हटा दिया है. सोमाथ को प्रिवलेज कमेटी के चेयरमैन पद से तो हटा ही दिया है, उन्हें निजी सदस्य बिल एवं प्रस्ताव कमेटी से भी हटा दिया गया है. कैलाश गहलोत प्रिवलेज कमेटी के चेयरमैन बन सकते हैं.
आप में रार, कुमार विश्वास छोड़ेंगे पार्टी!
उधर, कुमार विश्वास के खिलाफ बयानबाजी करनेवाले विधायक अमानतुल्लाह पहले की तरह निजी सदस्य बिल एवं प्रस्ताव कमेटी के सदस्य बने रहेंगे. उन्हें एक कमेटी का अध्यक्ष और छह कमेटी में सदस्य बनाया गया है. दूसरी तरफ, जनरल परपज कमेटी और प्रश्न एवं तदर्थ कमेटी, सरकारी आश्वासन कमेटी से भावना गौड़ को बाहर कर दिया गया है.
विश्वास समर्थकों को सबसे कम महत्व की कमेटी में मिली जगह
कुमार विश्वास का समर्थन करनेवाले विधायकों अलका लांबा, सोमनाथ भारती, भावना गौड़, आदर्श शास्त्री को सबसे कम महत्ववाली लाइब्रेरी कमेटी में सदस्य बनाया गया है. ज्ञात हो कि कमेटियों की लिस्टचार मई को तैयार कीगयी. ये कमेटियां एक साल के लिए बनायीजाती हैं. दिल्ली विधानसभा में 21 कमेटियां बनती हैं. तीन कमेटियों का चुनाव विधायक करते हैं और 18 कमेटियों के नाम विधानसभा तय करती हैं.
‘आप’ का टूटना तय! केजरीवाल भी नहीं मना पाये नाराज विश्वास को