नयी दिल्ली: रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा के भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन करने से उत्साहित पार्टी ने आज कहा कि लोगों की यह भविष्यवाणी पूरी तरह गलत साबित हो चुकी है कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से सरकार बनाने के लिए सहयोगी दल मिल पाना मुश्किल होगा.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा, ‘‘जब भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो मीडिया के कुछ मित्रों और राजनीतिक पर्यवेक्षकों की प्रतिक्रिया थी कि पार्टी को अब सहयोगी दल मिल पाना कठिन हो जाएगा. उनका आकलन था कि भाजपा राजनीतिक रुप से अलग-थलग पड़ जाएगी.’’ जेटली ने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कमजोर भाजपा की बजाय शक्तिशाली भाजपा में मित्रों तथा सहयोगियों को आकर्षित करने की क्षमता अधिक है. भाजपा की रैलियों में उमड़ता जन सैलाब पासा पलट जाने का साफ संकेत है. यह साफ दिखा रहा है कि हाव किस ओर बह रही है.’’ येदियुरप्पा या केशुभाई पटेल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, कर्नाटक और गुजरात में जो लोग भाजपा को छोड़ गए थे, वे वापस आ गए हैं जिससे पार्टी और मजबूत हुई है.
भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार और तमिलनाडु जैसे राज्यों में पार्टी के पास पहले से ही सहयोगी दल हैं और कई अन्य राज्य हैं जहां चुनाव से पहले या बाद में चुनावी या राजनीतिक गठबंधनों की पूरी संभावना है.उन्होंने कहा, ‘‘आज जो महत्पूर्ण बात है वह है बढ़ता जन समर्थन, बढ़ते सहयोगी दल और लगातार विस्तारित होते जा रहे भाजपा गठबंधन का सामाजिक चरित्र. यह सब नए बदलाव का संकेत है.

