श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आज फिर पुलिस पार्टी पर आतंकी हमला हुआ है, जिसमें दो जवान शहीद हो गये हैं. जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने अचानक पुलिस पार्टी पर हमला कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार, कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुए आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस हमले में एक कांस्टेबल और एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शहीद हुए हैं. शुक्रवार को भी दिनदहाडे घात लगाकर किये गये एक हमले में हिज्बुल मुजाहिदीन ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबहेडा के समीप सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के काफिले को निशाना बनाया और इस हमले में उसके तीन जवान शहीद हो गए जबकि नौ अन्य घायल हो गए.
शहीद हुए इन तीनों बीएसएफ कर्मियों की पहचान हेड कांस्टेबल गिरीश कुमार शुक्ला, कांस्टेबल महिंदर राम और हवलदार दिनेश के रुप में हुई. यह हमला यहां से करीब 52 किलोमीटर दूर बिजबहेडा में एक सरकारी अस्पताल के समीप गुरिवान इलाके में अपराह्न करीब साढे चार बजे हुआ. जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के राजेंद्र ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबहेडा के समीप बीएसएफ के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया जिन्होंने आसपास की गलियों से गोलियां चलायीं.’
उन्होंने सुरक्षाबलों की भूमिका की सराहना की जिन्होंने इस घटना के बाद बहुत संयम का परिचय दिया क्योंकि आतंकवादियों ने घनी बस्ती की गलियों से घात लगाकर बीएसएफ काफिले पर हमला किया. उन्होंने कहा, ‘लडकों ने (जवानों ने) नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए जवाबी गोलियां नहीं चलायीं. आतंकवादी चाहते हैं कि पडोसी अनंतनाग में विधानसभा उपचुनाव से पहले माहौल बिगाडा जाए. बीएसएफ के जवानों को लेकर उसके 23 वाहन जम्मू से श्रीनगर आ रहे थे. ये जवान छुट्टी के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे.
इस घटना से 10 दिन पहले हिज्बुल मुजाहिदीन ने श्रीनगर में दो भिन्न घटनाओं में तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला था. इस संगठन ने और ऐसे हमले करने की धमकी दी थी. बीएसएफ के काफिले अक्सर आतंकवादी संगठनों के निशाने पर रहे हैं. पिछले साल अगस्त में उधमपुर में बीएसएफ के एक काफिले पर लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें उसके दो जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकवादी मारा गया था. इस हमले के बाद एक अन्य आतंकवादी मोहम्मद नवीद जिंदा पकडा गया था.