मुंबई : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि उनकी सरकार की विश्वसनीयता कम हो गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि वह इस बात से हैरत में हैं कि यह कैसे हो गया. उत्तर मुंबई के उप-नगरीय मलाड में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक रैली को संबोधित करते राहुल ने कहा कि किसी सरकार की विश्वसनीयता कम होने में तीन-चार साल का वक्त लगता है. लेकिन मैं इस बात से हैरत में हूं कि भाजपा सरकार की विश्वसनीयता इतनी तेजी से कम हुई. मोदी सरकार ने 26 मई 2014 को कामकाज संभाला था. रैली में राहुल ने दिवंगत गायक मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद रफी को कांग्रेस में शामिल किया.
कांग्रेस नेता ने गरीबों के सामने मौजूद समस्याओं पर मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि भाषण देना ठीक है लेकिन गरीबों के सामने मौजूद समस्याओं पर मोदी चुप हैं. मुंबई के दो दिन के दौरे पर आए राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वे अंदरुनी मतभेदों को भुलाकर सत्ता में कांग्रेस की वापसी सुनिश्चित करे, उन्होंने मकर संक्रांति के मौके पर मराठी में दी जाने वाली शुभकामना दोहराई, ‘‘तिल गुल घया, गोड गोड बोला’ यानी मीठा मीठा खाओ, मीठा मीठा बोलो. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहाकि किसानों के सामने मौजूद समस्या के बारे में किसी से पूछें, वे अपनी तकलीफ बयान करते वक्त रो पडेंगे. आप गरीबों, हॉकरों को पीछे नहीं छोड सकते.
राहुल ने कहा कि ‘स्टार्ट अप्स और भारत जोडो’ की बातें तो बहुत होती हैं, यह बातें अच्छी हैं, लेकिन भारत में गरीब लोग और घरेलू कामगार भी हैं, सरकार उनको भूल गई है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि मोदी स्वच्छ भारत के बारे में बोलते हैं. मोदीजी और उनके मंत्रियों ने हाथ में झाडू उठाई और सडकें साफ कीं, लेकिन मुंबई में टनों कचरा है. आप भाषण देकर और समारोह करके मुंबई को साफ नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुत से लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए शौचालय तोड़ डाले.
कांग्रेस नेता ने कहा कि बृहन्नमुंबई नगर निगम का बजट हजारों करोड रुपए का है, लेकिन इस सरकार ने मुंबई को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सिर्फ 100 करोड रुपए दिए. जब हम सत्ता में थे, तो हमने नांदेड जैसे शहर को 2,000 करोड रुपए दिए थे. राहुल ने कहा कि अगर मुंबई का विकास करना है तो महापौर के पद पर कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत दिलानी होगी. पहले हम मुंबई जीतेंगे, फिर राज्य और फिर केंद्र में सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा कि मुंबई में कल अपनी पदयात्रा के दौरान वह गरीबों पर बिजली अधिभार को कम करने के मामले पर सरकार पर दबाव डालेंगे.