नयी दिल्ली :असहिष्णुता के मुद्दे पर सरकार पर करारा प्रहार करने और इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मौन रहने का अरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि हमारी सबसे बडी ताकत सहिष्णुता है इसलिए सरकार अपने लोगों की बात सुने और पाकिस्तान से कोई गलत सबक नहीं सीखे क्योंकि वह अपने लोगों की आवाज दबाने वाला एक विफल राष्ट्र है. लोकसभा में असहिष्णुता पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज असहमति के स्वर उठाने और विरोध प्रदर्शन करने का मतलब ‘देशद्रोह’ हो गया है.
देश में बुद्धिजीवी, साहित्यकार देश के वर्तमान माहौल पर चिंता व्यक्त कर रहे, सम्मान वापस कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी आवाज सुनने को तैयार नहीं है. लोगों को पाकिस्तान जाने को कह दिया जाता है. राहुल ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री विकास और आर्थिक वृद्धि की बात करते हैं लेकिन सत्तारुढ पार्टी के कुछ लोग कहते हैं कि पाकिस्तान चले जाओ। हमारी सबसे बडी ताकत सहिष्णुता है.
पाकिस्तान एक विफल राष्ट्र है, क्योंकि वहां के शासकों ने अपने लोगों की बातों को नहीं सुना, अपने लोगों की आवाज को दबाया। उसकी :पाकिस्तान: सबसे बडी कमजोरी उसकी असहिष्णुता है, मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि कृपया पाकिस्तान से कोई गलत सबक नहीं सीखे। ‘ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सरकार से कहूंगा कि कृपया अपने लोगों की बात सुनंे, उन्हें गले लगाएं, उन्हें समझने का प्रयास करे, उनका सम्मान करें.’ उन्होंने कहा कि मैं सरकार के स्तर पर जो विरोधाभास देख रहा हूं, शायद हमारे प्रधानमंत्री इसे नहीं देख पा रहे हैं.
भाजपा सदस्यों की टोकाटोकी के बीच उन्होंंने कहा कि संविधान में सभी को समानता का अधिकार दिया गया है, समान अवसर, अपनी पसंद का धर्म अपनाने का अधिकार दिया गया है. हमारे सांसद इस सदन में लोगों की सुरक्षा की शपथ लेते हैं. लेकिन सत्तारुढ पार्टी के साक्षी महाराज जैसे कुछ सांसद और वी के सिंह जैसे मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. दलितों की तुलना कुत्ते से की जा रही है. लेकिन प्रधानमंत्री ने इन्हें अपने मंत्रिपरिषद से नहीं हटाया। प्रधानमंत्री मौन हैं.
हरियाणा में दो दलित बच्चों को जलाने की घटना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अंबेडकर का बेहद आदर करने वाले हमारे प्रधानमंत्री इन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि मोदीजी विदेश जाते हैं और रक्षा क्षेत्र में एफडीआई की बात करते हैं लेकिन यहीं दादारी में मोहम्मद अखलाक मारा जाता है जिसका पुत्र भारतीय वायु सेना में है, लेकिन इस पर प्रधानमंत्री मौन रहते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी कौशल विकास की बात करते हैं लेकिन जब एफटीआईआई के छात्र अपने संस्थान में एक औसत दर्जे के व्यक्ति को थोपने का विरोध करते हैं तो सरकार कौशल सम्पन्न इन छात्रों की बात सुनना जरुरी नहीं समझती.
कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी गुजरात मॉडल और गुजरात शाइनिंग कह कर और लोगों से अच्छे दिन का वादा करके आए लेकिन गुजरात मॉडल का गुब्बारा फूट गया और यह पाटीदार आंदोलन के रुप में सामने आया, पाटीदारों के खिलाफ 20 हजार एफआईआर दर्ज हुईं.राहुल ने कहा कि आज हिन्दुस्तान में विरोध प्रदर्शन का मतलब देशद्रोह हो गया है.
उन्होंने कहा कि असहिष्णुता का आलम यह है कि जब भाजपा के एक नेता अरुण शौरी ने मोदीजी की आलोचना की तब ट्विटर पर उनके अनुयायियों ने उन पर हमला बोल दिया और उनके बच्चे को भी निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि आज नारायणमूर्ति, रघुराम राजन, पी एम भार्गव जैसे सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएं, बुद्धिजीवी, लेखक अपना पुरस्कार लौटा रहे हैं, सरकार उस पर ध्यान नहीं दे रही हैं. केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली इसे गढा हुआ विषय बता रहे हैं. यह कोई मेक इन इंडिया नहीं है, जिसे गढा जाए। लोग इस विषय को उठा रहे हैं क्योंकि वे परेशान हैं..उन्हें नजरंदाज न करें.