बालेश्वर (ओडिशा) : भारत की परमाणु सक्षम लंबी दूरी की ‘सबसोनिक तरकीबी क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ आज ओडिशा के चांदीपुर स्थित समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) से दागी गई, जो करीब 12 मिनट बाद नाकाम हो गई. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में बताया गया है कि मिसाइल विशेष रूप से तैयार किये गये एक लॅांचर के जरिए आईटीआर के कॉम्पलेक्स3 से दागी गई. बयान में कहा गया है कि बूस्टर दहन, बूस्टर का अलग होना, पंख का तैनात होना और इंजन का चालू होना सफल रूप से किया गया तथा ‘निर्भय’ वांछित क्रूज उंचाई पर पहुंच गया.
इसने बताया कि 700 सेकेंड के सफर के दौरान मिसाइल की सभी उप प्रणालियों ने संतोषजनक ढंग से काम किया और वांछित कार्यों को पूरा किया। हालांकि, 700 सेकेंड के सफर के बाद मिशन नाकाम हो गया. सूत्रों ने बताया कि ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर से ऊर्जा प्राप्त मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर से अधिक है. इसमें एक टर्बोफैन इंजन लगा हुआ है जो अति आधुनिक नौवहन प्रणाली से दिशानिर्देशित होता है.
उन्होंने बताया कि 1,000 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम यह क्रूज मिसाइल दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाकर हमला करने में सक्षम है. इसे बेंगलुरु स्थित रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने अपने वैमानिकी शोध एवं विकास प्रयोगशाला एडीई (वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान) में विकसित किया है. 12 मार्च 2013 को निर्भय के प्रथम उडान परीक्षण को सुरक्षा कारणों को लेकर बीच रास्ते में ही रद्द कर दिया गया था. एक उपकरण में गडबडी आने के चलते ऐसा किया गया था. हालांकि, 17 अक्तूबर 2014 को किया गया दूसरा परीक्षण सफल रहा था. दोनों परीक्षण इसी स्थान से किये गये थे.