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झगड़े के बीच मांझी-पासवान पहुंचे दिल्ली, भाजपा संग अहम बैठक आज

पटना : बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे पर महागंठबंधन के बाद अब राजग में भी घमासान छिड़ गया है. दलितों की लीडरशिप के सवाल पर एनडीए के दो घटक दल लोजपा और हम (सेक्यूलर) खुल कर आमने-सामने आ गये हैं. हम (सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को […]

पटना : बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे पर महागंठबंधन के बाद अब राजग में भी घमासान छिड़ गया है. दलितों की लीडरशिप के सवाल पर एनडीए के दो घटक दल लोजपा और हम (सेक्यूलर) खुल कर आमने-सामने आ गये हैं. हम (सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन लोजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर पलटवार किया जिसका जवाब चिराग पासवान ने बड़ी ही सूझ-बूझ से दिया. इन सबके बीच भाजपा ने इस मामले को सुलझाने का प्रयास तेज कर दिया है.

इसी कड़ी में मंगलवार शाम दोनों नेता जीतन राम मांझी और रामविलास पासवान विमान में अगल-बगल की सीट पर बैठकर दिल्ली पहुंचे. आज एनडीए के घटक दल और भाजपा के बीच महत्वपूर्ण बैठकों का सिलसिला जारी है. दोनों नेताओं से भाजपा के शीर्ष नेता अलग-अलग बातचीत कर मामले को सुलझाने के प्रयास में जुट गये है. उधर, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक भाजपा ने सहयोगी दलों को संकेत दे दिया है कि वह खुद 173 सीटों पर लड़ेगी और बाकी 70 सीटें सहयोगी दलों को देगी.

सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा के शीर्ष नेता अनंत कुमार एवं भूपेंद्र यादव आज रामविलास पासवान और जीतनराम मांझी के साथ अलग-अगल बैठकें कर सीट बंटवारे पर निर्णय लेंगे. उम्मीद जतायी जा रही है कि आज इस मामले को सुलझा लिया जायेगा. इससे पहले भी सीट बंटवारें को लेकर एनडीए में बैठक हो चुकी है. हालांकि इस संबंध में अंतिम रुप से कोई राय नही बन सकी. उधर, रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और सांसद अरु ण कुमार मंगलवार को ही बैठक में शामिल हुए थे. उपेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सीट बंटवारे को लेकर मुलाकात की है.

31 अगस्त को भी हुई थी एनडीए की बैठक
बीते 31 अगस्त को भी बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली में एनडीए की बैठक हुई थी. इस दौरान बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान और जीतन राम मांझी मौजूद थे. हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका था. इस बैठक में सभी ने कहा था कि एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है.

सीट बंटवारे पर भाजपा का फार्मूला
इससे पहले दिल्ली जाने के क्रम में जब पत्रकारों ने जीतनराम मांझी से सीट बंटवारे के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बुधवार की बैठक के बाद सारी बातें सामने आयेंगी. इधर, एनडीए में भाजपा ने सहयोगी दलों को सीटों के बंटवारे का फार्मूला भी बता दिया है. इसके मुताबिक लोजपा को 35, रालोसपा को 20-25 और जीतनराम मांझी के हम को 10-15 सीटें मिलेंगी. भाजपा के इस फामरूले से सहयोगी दल सहमत नहीं हैं. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान लोकसभा चुनावों वाला फार्मूला ही चाहते हैं. इसमें जिस पार्टी ने जितनी लोकसभा सीटें लड़ी, उसी के अनुपात में उसे विधानसभा सीटें मिलें. वही, रालोसपा ने सभी जिलों में एनडीए के सहयोगी दलों का कम से कम एक-एक उम्मीदवार देने का सुझाव दिया है.

मांझी के कड़े तेवर
जबकि मांझी ने कड़े तेवर अपना लिए हैं. मांझी ने पहले ही चुनौती दे डाली है कि अगर हमारी उपेक्षा हुई तो एनडीए को यह महंगी पड़ेगी. उन्होंने पासवान पर कल एक बार फिर प्रहार किये और उन पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया. इन सबके बीच भाजपा के बिहार प्रभारी अनंत कुमार ने जीतनराम मांझी को फोन कर हिदायत दी है कि वे किसी भी मंच पर किसी भी सहयोगी दल के बारे में टिप्पणी न करें. इसके बाद सीट बंटवारे पर दिल्ली में एनडीए नेताओं की बैठकों का दौर शुरू हो चुका है.

2010 के चुनाव में भाजपा को 91 सीटों पर मिली थी जीत
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं. 2010 के चुनाव में जब बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन था तब जेडीयू को 115 और बीजेपी को 91 सीटों पर जीत मिली थी. लालू और पासवान के गठबंधन को उस चुनाव में 22 और 3 सीटें हासिल हुई . सभी सीटों पर अकेले चुनाव लडी कांग्रेस के खाते में 4 और अन्य को 8 सीटों पर जीत मिली थी.

मांझी ने किया पासवान पर प्रहार
मांझी ने कहा कि भाई-भतीजावाद के दायरे में रहनेवाले पासवान अपने को किस आधार पर राष्ट्रीय दलित नेता कहते हैं. अपने सरकारी आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस पर मांझी ने कहा कि दलितों के मुद्दे पर चुप्पी साधे रहने वाले पासवान ने उस समय भी चुप रहे, जब महादलित से उनकी जाति को अलग रख गया. मांझी ने रामविलास पासवान को पासवान जाति का नेता मानने से इनकार करते हुए कहा कि जिस समय महादलित में पासवान जाति को नहीं शामिल किया गया, उस समय मैं और छेदी पासवान ने आवाज उठायी थी.

लोजपा का जवाब
मांझी के बयान पर लोजपा के तेवर नरम हैं. मंगलवार को रोहतास से लौटने के दौरान पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने कहा कि मांझी बड़े नेता हैं. उन्होंने किस संदर्भ में लोजपा के विरु द्ध बयान दिया है, वह उनसे बातचीत के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. मांझी के साथ हमारा परिवारिक संबंध है. हम उनसे बात करेंगे.

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