नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआइआइ) मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया. एफटीआइआइ के चेयरमैन गजेंद्र चौहान को पद से हटाने को लेकर वहां के छात्र पिछले 87 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इस संबंध में एक शख्स ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर इस विवाद को सुलझाने के लिए न्यायिक हस्तक्षेप का अनुरोध किया था. लेकिन, आज इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए सुनवाई से इनकार कर दिया कि यह मामला संस्थान, छात्रों व सरकार से जुडा है. अत: उन्हें ही इस विवाद को सुलझाना चाहिए.
उधर, इस आंदोलन में अब शिक्षक भी कू द गये हैं.एफटीआइआइ के डायरेक्टर प्रशांत पथारवे आज अनशन पर बैठे छात्रों से मिलने पहुंचे. उन्होंने अनशन कर रहे छात्र अभिजीत दास का हाल पूछा. वहीं, छात्रों ने आज इस मुद्दे पर मीडिया से बात की है. छात्रों ने कहा है कि इस मामले में केंद्र सरकार को भेजे गये पत्र का पिछले 15 दिन से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है. छात्रों के डेलिगेशन ने कहा है कि हमने कैसी सरकार चुनी है, जो जवाब भी नहीं देना चाहती है.
उधर, आज एक अंगरेजी अखबार ने खबर दी है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने गजेंद्र चौहान को पद से हटाने का मन बना लिया था, लेकिन इसी दौरान राहुल गांधी एफटीआइआइ, पुणे पहुंच गये. जिसके बाद आंदोलन तेज हुआ और सरकार ने चौहान को पद से हटाने की अपनी रणनीति बदल दी.