नयी दिल्ली : सदन में आज पंजाब के मोगा में हुए बस कांड पर जोरदार हंगामा हुआ. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस की ओर से इसपर चर्चा के लिए नोटिस दिया गया. स्पीकर ने इस नोटिस को स्वीकार किया लेकिन इसपर चर्चा जीरो आवर में कराने की बात कही.लोकसभा में हाईकोर्ट की मांग को लेकर टीआरएस के सांसदों ने भी हंगामा किया.
हंगामा होते देख लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक के लिए फिर दो बजे तक के लिए स्थगित का दी गयी. राज्यसभा में भी हंगामे के कारण कार्यवाही एक बार स्थगित करनी पड़ी. वहीं, राज्यसभा में हंगामा होते देख भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोगा में हुए बस कांड पर सरकार की ओर से उचित कार्रवाई की गयी है.
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा ‘मोगा बस मामले में केवल बस के ड्राइवर और खलासी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इस मामले में बस के मालिकों पर भी केस दर्ज हो और कार्रवाई हो.’ उन्होंने कहा ‘इस मामले को लेकर पूरे पंजाब साथ ही देश में आक्रोश व्याप्त है. यही कारण है कि पीडिता के परिवार ने तीन दिनों तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया. इस मामले को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सदन में उठाया.’
मोगा बस कांड पर सरकार की ओर से कहा गया कि इस विषय पर चर्चा के लिए कोई राज्यसभा में कोई नोटिस नहीं दिया गया. नोटिस पर चर्चा होनी चाहिए. एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की बैठक फिर से शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और तेलंगाना राष्ट्र समिति ( टीआरएस ) के जितेन्द्र रेड्डी को अपनी बात रखने का मौका दिया. जितेन्द्र रेड्डी ने तेलंगाना राज्य के लिए अलग उच्च न्यायालय स्थापित करने के संबंध में केंद्र सरकार से तुरंत अधिसूचना जारी किए जाने की मांग की.
सदन में मौजूद विधि मंत्री वी सदानंद गौडा ने सूचित किया कि इस संबंध में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल होने के कारण केंद्र के हाथ बंध गए हैं और याचिका का निपटारा होने के बाद ही आगे बढा जा सकता है. टीआरएस सदस्यों ने जब यह सूचित किया कि याचिका का निपटारा उच्च न्यायालय द्वारा किया जा चुका है तो सदानंद गौडा ने कहा कि वह अगले 15 दिन में राज्य के सांसदों की बैठक बुलाएंगे और कोई समाधान निकाला जाएगा.
लेकिन टीआरएस सदस्य तुरंत कार्रवाई किए जाने की मांग पर अडे रहे. इस बीच , कांग्रेस के अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब के मोगा में एक बस में एक किशोरी से छेडछाड किए जाने और उसके बाद उसे चलती बस से धक्का दिए जाने के मामले को उठाया और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय होने का आरोप लगाया. शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने उनके इन आरोपों का विरोध किया. सदन में हंगामा शांत न होते देख अध्यक्ष ने बैठक साढे 12 बजे दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
क्या है मामला
पंजाब के मोगा में एक बस में मां और बेटी के साथ पहले छेड़खानी हुई जिसका विरोध करने पर उन्हें बस से फेंक दिया गया. इस घटना में लड़की की मौत हो गयी है जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. इस मामले में घटना के 12 घंटे के बाद भी कोई एफआइआर दर्ज नहीं किया गया था. हालांकि बाद में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस संबंध में पुलिस ने हत्या और हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि जिस बस में यह घटना हुई वह पंजाब कि डिप्टी सीएम सुखवीर सिंह बादल की है. महिला बेटे और बेटी के साथ बस में सफर कर रही थी. दोनों बच्चे नाबालिग हैं. महिला ने छेडछाड़ के बाद ड्राइवर को बस रोकने के लिए काफी गुहार लगाई लेकिन उसने एक न सुनी और महिला औऱ उसकी बेटी अश्मीत कौर को धक्का देकर बस से गिरा दिया जिसके बाद 14 वर्ष की अश्मीत कौर की मौत हो गई. इस घटना के बाद चारो ओर पंजाब सरकार का विरोध होने लगा जिसके बाद ऑर्बिट कंपनी की बसों को पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने कुछ दिनों के लिए नहीं चलाने का फैसला किया.