नयी दिल्ली : अरविंद केजरीवाल 14 फरवरी को रामलीला मैदान में एक बार फिर सीएम पद की शपथ लेंगे. मंगलवार की शाम पार्टी विधायक दल ने सर्वसम्मति से उन्हें अपना नेता चुना. केजरीवाल ने दिल्ली के सातवें सीएम के रूप में 28 दिसंबर, 2013 को रामलीला मैदान में शपथ ली थी. 49 दिन के बाद उन्होंने 14 फरवरी, 2014 को इस्तीफा दे दिया था. यह वही रामलीला मैदान है, जो लोकपाल आंदोलन का आयोजन स्थल बना था.
बुधवार दोपहर को केजरीवाल गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिलेंगे. इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने का समय मांगा है.
खबरों की माने तो उस दिन वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का महामुकाबला है. संभवत: इसी को देखते हुए अरविंद ने 14 फरवरी को शपथ लेने का प्लान बनाया है. हालांकि अभी औपचारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की गई है. आपको बता दें कि14 फरवरी को वेलेंनटाइन डे है और ‘आप’ से जुडे ज्यादातर कार्यकर्ता युवा हैं.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता से बहुमत मांगा था, लेकिन लोगों ने लगभग पूरी विधानसभा ही सौंप दी. भाजपा के विजय रथ को रोकते हुए ‘आप’ ने विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की. पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी भाजपा को सिर्फ तीन सीटों पर संतोष करना पड़ा. पार्टी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद के लायक भी नहीं रही. वहीं, 15 साल तक दिल्ली पर राज कर चुकी कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पायी.
इस जीत के मायने
आप : अब केजरीवाल राष्ट्रीय स्तर के नेता बने. बहुत संभव है राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस का विकल्प बने ‘आप’.
भाजपा : जटिल व विवादित बयानों से बचना होगा. जनता से किये गये वादों पर करना होगा अमल. सामने है बिहार व पश्चिम बंगाल का चुनाव.
कांग्रेस : तीन साल में 15वीं हार. नेतृत्व पर करना होगा विचार. जमीनी स्तर पर करना होगा काम.