धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर लगातार हंगामा जारी रहने के कारण आज भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पायी और राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. विपक्ष इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहे थे, वहीं सरकार का कहना था कि वह बहस के लिए तैयार है और इस मुद्दे पर गृहमंत्री जवाब देंगे.
सरकार ने प्रधानमंत्री से सफाई की मांग को खारिज कर दिया. उधर राज्यसभा के सभापति ने कहा कि बहस के लिए किसी तरह की शर्त नहीं रख सकते.
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धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर विपक्ष गृहमंत्री के जवाब से संतुष्ट होता नहीं दिख रहा है. वह पीएम के जवाब की मांग कर रहा है.02 : 00 pm-
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू, धर्म परिवर्तन पर हंगामा जारी01:00 PM-राज्यसभा को हंगामें के बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. धर्मांतरण के मुद्दे पर लंच के बाद चर्चा होगी.
12:52 PM –बसपा प्रमुख मायावती ने कहा जिसतरह का वातावरण इस मुद्दे से बन रहा है उससे पूरे देश में तनाव का माहौल बन रहा है. इस पर प्रधानमंत्री को जवाब देने चाहिए.
12 : 28 PM –नेता सदन अरुण जेटली ने कहा विपक्ष चर्चा के बाद पीएम का जवाब चाहता है. सरकार का पक्ष-विपक्ष कैसे तय कर सकता है. जेटली ने कहा इस मुद्दे पर पीएम नहीं गृहमंत्री देंगे जवाब. संसदीय कार्य मंत्री वेकैंया नायडू ने कहा सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार.
12 : 19PM – जदयू सांसद शरद यादव ने पीएम से कहा कि धर्मांतरण के सवाल पर गतिरोध चार दिन से चल रहा है. इसका सामाधान कैसे होगा आप बतायें.
12 :07 PM – राज्यसभा में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में ही अपने सांसदों और मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं. यहां सरकार अल्पमत में है.
नयी दिल्ली :धर्मांतरण के मुद्दे पर पीएम के बयान की लगातार मांग के बीच आज पीएम नरेंद्र मोदी राज्यसभा पहुंचे जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा शुरू हो गया. हंगामा होते देख सदन की कार्यवाही एक बार फिर 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. इससे पहले भी हंगामे के बाद सदन को 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा था.
राज्यसभा में जारी गतिरोध के बीच आज सदन के नेता अरुण जेटली ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विपक्ष को यहां अपनी संख्या को लेकर अहंकार है. जहां सदन का एक हाऊस अच्छी तरह चल रहा है वहीं एक में गतिरोध जारी है. इसका कारण है राज्यसभा में उनकी संख्या का अधिक होना.
इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए. यह दुर्भाग्य की बात है कि वे इसपर चर्चा से भाग रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने अपने साथी के संस्पेंशन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने पीएम के बारे में कुछ टिप्पणी नहीं की थी. यदि कोई पीएम के बारे में गलत टिप्पणी करता है तो यह निंदनीय है लेकिन कांग्रेस सांसद ने ऐसा कुछ नहीं किया है.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के धर्मांतरण के मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस प्रकार पाकिस्तान में हाफिज सईद काम कर रहा है उसी प्रकार भारत में भी यह सब हो रहा है. उनके इस सवाल का भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने विरोध किया.
विपक्ष का सवाल
नरेश अग्रवाल (सपा): प्रधानमंत्री ने संसद का सत्र चालू होने के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक में नीतिगत घोषणा की है. प्रधानमंत्री को जबरन धर्मातरण के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए.
सीताराम येचुरी (माकपा): माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्ष के लिए ‘अराजकतावादी’ शब्द का इस्तेमाल किया जा चुका है. क्या प्रधानमंत्री सदन में आ कर हमारी चर्चा सुनेंगे. उसका जवाब देंगे. तब देश को पता चलेगा कि अराजकतावादी कौन है. हम या वे.
आनंद शर्मा (कांग्रेस): कांग्रेस सांसद ने कहा ‘यदि प्रधानमंत्री नहीं आये तो सदन में कोई कामकाज नहीं होगा. यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि सदन नहीं चलने दिया जायेगा.’