जयपुर : राजस्थान की प्रथम मेट्रो ट्रेन के डिब्बों का डायनेमिक टेस्ट कल शाम जयपुर मेट्रो के मानसरोवर स्थित डिपो में पच्चीस किलोवाट विद्युत लाइन के साथ शुरु हुआ.
इसके साथ ही जयपुर मेट्रो ने लोगों को विश्व स्तरीय पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाओं के सफर की सौगात देने की ओर एक कदम ओर बढा दिया. जयपुर मेट्रो की दूसरी ट्रेन के डिब्बे भी कल मानसरोवर डिपो पहुंच गये, उधर तीसरी ट्रेन के डिब्बे बैगलूरु से रवाना हो गये है.
जेएमआरसी के अध्यक्ष प्रबंध निदेशक निहाल चंद गोयल की मौजूदगी में डिपो में स्थित करीब आधा किलोमीटर के परीक्षण ट्रैक पर ट्रेन का परीक्षण तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में आरम्भ हुआ. गोयल ने डायनेमिक टेस्ट आरम्भ होने के दौरान ट्रेन में सफर करते हुये तकनीकी प्रणाली का निरीक्षण किया और इस संबंध में ट्रेन आरपेटर और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों से बातचीत की.
गोयल ने बताया कि अब करीब 40 दिनों तक डिपो में स्थित ट्रेक पर इस ट्रेन के अलग अलग परीक्षण होंगे जो सुरक्षा जांच का अंग है. बाद में इस ट्रेन को मुख्य लाइन पर ले जाया जायेगा. उन्होंने बताया कि जयपुर मेट्रो के लिये 10 ट्रेनों पर 500 करोड रुपये की लागत आयेगी आगामी सभी ट्रेनों के भी इस प्रकार सभी परीक्षण होंगे.
गोयल ने बताया कि किसी भी मेट्रो रेल परियोजना के लिये डिब्बों का निर्माण, उन्हें डिपो तक पहुंचाना ओर बाद में परीक्षण का दौर एक लम्बी प्रक्रिया है. खुशी की बात है कि एक एक कदम आगे बढाते हुये मेट्रो का सफर जयपुरवासियों के करीब आ रहा है. गौरतलब है कि जयपुर मेट्रो की चार डिब्बों वाली यह प्रथम ट्रेन गत 21 मई को जयपुर पहुंची थी, इसके डिब्बों की कपलिंग की गई ओर करीब डेढ माह में इसके डिपो टेस्ट किये गये.