-मुकुंद हरि-
बरसों से गांधी परिवार के गले की हड्डी बने सुब्रह्मण्यम स्वामी को रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी ने तैयारी कर ली है. स्वामी लंबे समय से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं और कई मामलों में उन्होंने इन दोनों को कोर्ट में भी घेर रखा है.
इन सबसे निपटने के लिए कांग्रेस ने भी अब स्वामी के खिलाफ मोटी दस्तावेजी फाइल तैयार कर ली है. कांग्रेस का मानना है कि स्वामी के ये सारे अभियान एक दुष्प्रचार का हिस्सा हैं और इनका मकसद सोनिया गांधी और उनके परिवार का चरित्र-हनन करना है.
कांग्रेस के रणनीतिक सिपहसालारों ने इस फाइल में स्वामी के गांधी परिवार के खिलाफ दिये गये बयानों के अलावा स्वामी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सीबीआई को लिखे पत्रों और सोशल मीडिया में की गयी टिप्पणियों की पूरी फेहरिस्त का पुलिंदा तैयार किया है.
असल में नेशनल हेराल्ड मामले में स्वामी के कोर्ट का रुख किये जाने से मामला ज्यादा गरम हो गया है. इसलिए, कांग्रेस अब कोर्ट के अलावा कोर्ट के बाहर भी स्वामी से निपटने को तैयार हो रही है.
पिछले दस वर्षों तक सत्ता में रहने की वजह से कांग्रेस स्वामी से सीधा टकराव करने से बचती रही थी लेकिन अब विपक्ष में आने के बाद पार्टी को लगता है कि स्वामी की इन हरकतों का कड़ा जवाब देने का वक्त आ गया है. कांग्रेस के इस लपेटे में स्वामी के अलावा मोदी सरकार भी आ सकती है क्योंकि कांग्रेस का मानना है कि स्वामी और भाजपा मिलकर इस राजनीतिक षड्यंत्र की कोशिश में लगे हैं.
गौरतलब है कि जनता पार्टी के अध्यक्ष रहते हुए स्वामी ने राजीव गांधी और सोनिया गांधी पर स्विट्जरलैंड के बैंक खातों में काले धन होने का आरोप लगाया था. स्वामी ने स्विस बैंक खातों में गांधी परिवार के अरबों रुपये के काले धन होने का आरोप लगाया है. इसके अलावा स्वामी ने तो राजीव गांधी की हत्या में भी सोनिया की संलिप्तता का आरोप लगा दिया था.
स्वामी के खिलाफ कांग्रेस के जुटाये दस्तावेजों में स्वामी के कई ऐसे बयान हैं, जिनमें वह सोनिया और राहुल पर बेहद निजी हमले करते दिखाई दे रहे हैं. जैसे कि इस लोकसभा चुनाव से पहले स्वामी का ये बयान कि सत्ता जाने के बाद सोनिया और राहुल का तिहाड़ जेल जाना निश्चित है.
इसके अलावा, स्वामी के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्रों की फेहरिस्त दी गयी है, जिसमें वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को राहुल और सोनिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए चेतावनी दे रहे थे.
एक अन्य बयान में तो स्वामी ये भी आरोप लगाते दिखे कि राहुल का संबंध पाकिस्तान की आईएसआई खुफिया एजेंसी से है और इसी सिलसिले में राहुल की दो मौसियां दुबई में आईएसआई के लोगों से मिल चुकी हैं.
हालांकि, स्वामी खुद एक विद्वान राजनेता जाने जाते हैं और उनकी कानून की जानकारी भी पर्याप्त मानी जाती है लेकिन पिछले कुछ सालों से स्वामी जिस तरह से वाकई सोनिया और राहुल को जनता के बीच कटघरे में खड़ा करते आये हैं, उससे गांधी परिवार की छवि को धक्का पहुंचा है. अब देखने वाली बात ये होगी कि कांग्रेस क्या सचमुच सुब्रह्मयम स्वामी से निबट पायेगी क्योंकि इसके पहले भी कई बार स्वामी ने कांग्रेसी सिपहसालारों की ऐसी कोशिशों को कोर्ट में धूल चटाई है.