नयी दिल्ली : हैदराबाद में पशु-चिकित्सक के सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किये गये चार आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये. इस मामले की गूंज आज संसद में भी सुनाई पड़ी. लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हैदराबाद में आरोपी जो भागने की कोशिश कर रहे थे उन्हें गोली से उड़ा दिया गया, वहीं यूपी में अपराधियों को खुली छूट दी गयी. एक तरफ हिंदुस्तान में राम के मंदिर बन रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सीता को जलाया जा रहा है.
Adhir Ranjan Chaudhary,Congress in Lok Sabha: The Unnao victim has 95% burns, what is going on in the country? On one hand there is a Lord Ram temple being built and on the other hand Sita Maiya is being set ablaze. How are criminals feeling so emboldened? pic.twitter.com/ptXYGifLN6
— ANI (@ANI) December 6, 2019
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में उन्नाव रेप केस पर योगी सरकार को घेरते हुए इस मुइभेड़ का समर्थन करते दिखे. उन्होंने कहा कि देखिए हैदराबाद में आरोपियों को पुलिस ने गोलियों से उड़ा दिया, वहीं उत्तर प्रदेश की पुलिस अपराधियों को जमानत पर छोड़ रही है.
वहीं, लोकसभा में स्मृति ईरानी ने कहा कि क्या उन्नाव में जो हुआ है वह जघन्य अपराध है ? वह है… क्या हैदराबाद में जो हुआ वह जघन्य अपराध है ? वह है… ऐसे अपराधों पर राजनीति करना उचित नहीं है. विपक्षी सांसद आज यहां शोर मचा रहे हैं, इसका मतलब है कि आप नहीं चाहते कि कोई महिला खड़ी हो और मुद्दों पर बात करे…जब पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में रेप को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था, आप तब चुप थे.
लोकसभा में शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि ऐसे अपराधों के लिए(महिलाओं के खिलाफ अपराध) एक कानून के गठन की जरूरत है. ऐसे मामलों की सुप्रीम कोर्ट में सीधी सुनवाई होनी चाहिए. फिलहाल निचली अदालतों से कार्यवाही शुरू होती है और उसकी प्रक्रिया आगे बढ़ती रहती है. मैं आपसे(स्पीकर) अपील करता हूं कि इस पर चर्चा के लिए एक कमिटी बने.
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस सदस्यों टी एन प्रतापन एवं डीन कुरियाकोस के बीच नोकझोंक पर सरकार ने कहा कि कांग्रेस के इन दोनों सांसदों को सदन में माफी मांगनी चाहिए. हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्ष के सांसद हंगामा करने लगे. हंगामा होता देख स्पीकर ने कार्यवाही दिनभर तक के लिए स्थगित कर दी.